SAIL के डाक्टरों को मिलता है नॉन प्रैक्टिस एलाउंस, कर्मचारियों को क्यों नहीं, BAKS ने BGH में उठाई आवाज

SAIL doctors get non-practice allowance, why not employees, BAKS raised voice in BGH
बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने बीजीएच के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखकर मुद्दा उछाल दिया है। कर्मचारियों की बढ़ी आस।
  • बीजीएच कर्मचारियों को नॉनन प्रैक्टिस अलाउंस का भुगतान करे प्रबंधन।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो स्टील प्लांट (SAIL – Bokaro Steel Plant) द्वारा संचालित बोकारो जनरल हॉस्पिटल (Bokaro General hospital) के कर्मचारी एलाउंस को लेकर परेशान हो रहे हैं। बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने बीजीएच के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखकर नॉन प्रैक्टिस अलाउंस का भुगतान कराने की मांग किया है।

वहीं, राउरकेला अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने भी आइजीएच के लिए यही मांग की है। आरएकेएस राउरकेला के अध्यक्ष सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने भी प्रबंधन को पत्र थमा दिया है।

ये खबर भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस 2025: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भिलाई बटालियन में, जयंती स्टेडियम में बीएसपी डीआईसी फहराएंगे झंडा

यूनियन ने अपने पत्र में यूनियन ने लिखा है कि बोकारो इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित बोकारो जनरल हॉस्पिटल (Bokaro General hospital) में कार्यरत नियमित नर्सिंग स्टाफ को नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (Non Practicing Allowance) की सुविधा नहीं दी जा रही है, जबकि दिल्ली जैसे कई राज्य की सरकारों द्वारा सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ हेतु उपरोक्त भत्ता का भुगतान किया जाता है। जिसकी राशि मूल वेतन का 20 फीसदी है।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL Foundation Day: भिलाई स्टील प्लांट के 65 कार्मिक होंगे लॉन्ग सर्विस अवॉर्ड से सम्मानित, यहां दौड़ने पर मिलेगा 5 हजार

सेल संचालित अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों को नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (Non Practicing Allowance) का लाभ दिया जा रहा है। यूनियन ने उसी आधार पर बोकारो जनरल हॉस्पिटल (Bokaro General hospital) में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ तथा सभी गैर कार्यपालक कार्मिकों को भी नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस को भुगतान करवाने का माँग किया है।

ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट: ब्लास्ट फर्नेस में रिकॉर्ड हॉट मेटल का प्रोडक्शन

क्या है नॉन प्रैक्टिस अलाउंस

सभी सरकारी तथा पीएसयू में कार्यरत चिकित्सकों को ड्यूटी के बाद प्रैक्टिस या निजी तौर पर मरीजों को नहीं देखने के लिए नॉन प्रैक्टिस अलाउंस का भुगतान किया जाता है। सेल के अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों को भी उनके मूल बेसिक का 20 प्रतिशत के रूप में प्रति माह नॉन प्रैक्टिस अलाउंस दिया जाता है। जिसके आधार पर सेल के चिकित्सक अपना निजी क्लिनिक का संचालन नहीं करते है। निजी तौर पर परामर्श शुल्क लेकर चिकित्सकीय परामर्श नहीं देते है।

ये खबर भी पढ़ें: सेक्टर 9 हॉस्पिटल: कानून बदलता जा रहा, नहीं बदला भिलाई स्टील प्लांट, प्रमोशन के लिए तरस रहे मेडिकल कर्मचारी

यूनियन क्यों कर रही है नॉन प्रैक्टिस अलाउंस की डिमांड

सेल के अस्पतालों में काफी अनुभवी तथा विशेषज्ञ नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, लैब आसिस्टेंट, मेडिकल लैब टेक्निशियन, ईसीजी, एक्सरे, सीटीसी, ईको, अल्ट्रा साउंड टेक्निशियन है। जिनकी सेवा की भारी डिमांड निजी अस्पतालों में है। अतः उनके अनुभव तथा विशेषज्ञता का सम्मान करने के लिए, उनको भी नॉन प्रैक्टिस अलाउंस का भुगतान करने के लिए यूनियन ने डिमांड किया है।

ये खबर भी पढ़ें: एनजेसीएस और अपेक्स कमेटी में सेल एससी-एसटी फेडरेशन को चाहिए जगह, रिजर्वेशन पॉलिसी भी

शोषण की प्रयोगशाला

यहां पर सरकार तथा सरकारी कंपनी द्वारा कार्मिकों के शोषण की प्रयोगशाला खोला गया है। कर्मचारियों की मेहनत तथा शोषण के बल पर अधिकारियों को महारत्ना कंपनी की सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है।
हरिओम, अध्यक्ष बीएकेएस बोकारो

ये खबर भी पढ़ें: सेल एससी-एसटी कर्मचारियों-अधिकारियों के प्रमोशन, ट्रांसफर पर फग्गन सिंह कुलस्ते से बात, पढ़िए डिटेल