
- महारत्न SAIL ग्रेट प्लेस टू वर्क किसके लिए?
- पिछले माह सेल को निजी कंपनी द्वारा दिए गए ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्टिफिकेट मिलने से सेल कर्मचारी हतप्रभ है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल और आरआईएनएल (SAIL and RINL) में कर्मचारियों के मुद्दों पर सभी निर्णय केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और प्रबंधन के उच्च पदाधिकारियों के द्विपक्षीय मंच एनजेसीएस में लिया जाता है, जिसमें कुल 26 में 15 यूनियन नेता बाहरी, 6 गैर निर्वाचित हैं। सिर्फ 5 नेता ही लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित होते हैं। राउरकेला अनाधिशासी कर्मचारी संघ-आरएकेएस (Rourkela Non-Administrative Employees Union-RAKS) का कहना है कि पिछले आठ वर्षों से उपरोक्त नेता सेल कर्मचारियों के वेतन समझौते का एग्रीमेंट न करा सके।
सिर्फ अधिकारियों के लिए ग्रेट प्लेस टू वर्क महारत्न सेल पर एक नजर
1.वेज रिवीजन 2017 :
सुविधा: अधिकारी: कर्मचारी
एमजीबी: 15%: 13%
पर्क्स: 35%: 26.5%.
पर्क्स एरियर: 19 माह: शून्य
2.अधिकारियों के लिए फर्नीचर,लैपटॉप,मोबाइल, इंटरनेट और कॉलिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध है, जबकि कर्मचारियों को इनमें से किसी सुविधा का लाभ नहीं मिलता। जबकि अन्य महारत्नों में कर्मचारियो को इस सुविधा का लाभ दिया जाता है।
3 अधिकारियों के 1 लाख से 3 लाख पीआरपी की गणना पीबीटी के 5% पर की जाती है, जबकि कर्मचारियों के बोनस अधिकतम 28500 की गणना जलेबीनुमा फॉर्मूले से की जाती है।
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4.आयकर भुगतान मद में अधिकारियों के हाउस परक्यूजिट का 50% वहन सेल प्रबंधन करती है, जबकि कर्मचारी पूरे राशि पर स्वयं आयकर देने को बाध्य है।
5. फेस्टिवल एडवांस वर्ष 2007-08 से 5000 चली आ रही है, जो एक माह के बेसिक और डीए या न्यूनतम 40000 होनी चाहिए।
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6. सेल कर्मचारी 2008-09 की क्षमता आधारित मासिक इंसेंटिव रिवार्ड पाने को विवश है, जबकि आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण के बाद उत्पादन क्षमता, उत्पादकता में वृद्धि और कर्मचारियों की संख्या बल में कमी आई है।
7. साल में संयंत्र के भीतर कार्यरत अधिकारियों को 30 ईएल,15 सीएल जबकि कर्मचारियों को 22 ईएल,10 सीएल ही मिलता है। इसके अतिरिक्त अधिकारियों को 3 फेस्टिवल हॉलिडे भी दी जाती, जबकि कर्मचारियों के लिए ऐसी कोई सुविधा नहीं है।
8. सेवानिवृत्ति के वक्त अधिकारी 300 दिन लीव इनकैशमेंट का लाभ लेते हैं, जबकि कर्मचारियों के लिए यह संख्या वास्तविक तौर पर मात्र 250 दिन है।
9. गंभीर चिकित्सा और रेफरल केस में भी अधिकारी कर्मचारी का भेद व्याप्त है।
10. ओपीडी में अधिकारी की पहुंच सीधे डॉक्टर्स तक है, जबकि कर्मचारियों के लिए कतार लगती है।
11. इलाज हेतु भर्ती अधिकारियों के लिए टीवी,टेलीफोन, ड्रायफ्रूट्स,चौबीस घंटे मेडिकल स्टाफ की निगरानी, एयर प्यूरीफायर, एसी युक्त साफ सुथरे केबिन में परिजन हेतु अलग बेड़ जबकि कर्मचारियों के लिए सामान्य वार्ड की सामुदायिक व्यवस्था है।
12. आवासों में शिकायत के महीनों बाद ड्रेनेज की कामचलाऊ सफाई और सालों बीतने पर आवास अनुरक्षण की सच्चाई है।
इस्पात मंत्रालय अधीन संचालित सेल एक राज्य समान है (अनुच्छेद 12) और राज्य की जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों है। बेहतर आवास ,शिक्षा,स्वास्थ्य,अप्राकृतिक और अनैतिक भेदभाव जैसे विषयों पर।
सुधीर कुमार श्रीवास्तव,
अध्यक्ष-आरएकेएस,राउरकेला