SAIL Protest: 52 हजार कर्मचारियों का लाखों बकाया, अब सड़क पर गुस्सा आया, सोशल मीडिया पर दहाड़ने वाले जमीन पर नदारद

SAIL Protest United Union Protest in Bhilai regarding 39 Months Arrears, Gratuity, HRA, Night Shift Allowance
  • इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक लोइमू, एक्टू, इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन के नेता हाथों में झंडा लिए नारेबाजी की।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। 39 माह के बकाया एरियर को लेकर दफ्तरों का चक्कर काटने के बाद अब सड़क की लड़ाई शुरू हो गई है। भिलाई स्टील प्लांट की 8 यूनियनों ने हाथ मिला और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

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भिलाई के मुर्गा चौक पर सुबह 8 बजे से प्रदर्शन शुरू किया गया। पूर्व मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक, सीटू के अलावा एचएमएस, एटक लोइमू, एक्टू, इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन के नेता हाथों में झंडा लिए सड़क को जाम कर दिया। आइआर विभाग की तरफ सड़क किनारे खड़े हुए और नारेबाजी करते रहे। सेल प्रबंधन होश में आओ के नारे जमकर लगाए गए।

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SAIL ने 2021-22 में 12015 करोड़ कमाया था, 2022-23 में महज 1903 करोड़ का मुनाफा, कर्मचारियों की बढ़ी टेंशन

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कर्मचारियों का दुखड़ा सड़क पर सुनाई दिया। खास बात यह कि सोशल मीडिया पर सेल प्रबंधन को कोसने और बकाया की मांग करने वाले कर्मचारी जमीनी लड़ाई से नदारद दिखे। सोशल मीडिया पर चीरकर रख देने का दम भरने वाले महारथी के गायब होने को लेकर प्रदर्शनकारियों ने भी चुटकी ली।

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प्रदर्शन के बाद बीएसपी प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया। मांग पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा गया कि सेल कर्मियों का 01.01.2017 से लागू होने वाला वेतन समझौता अभी तक अपूर्ण है। 2021 को हुए एमओयू के दौरान प्रबंधन ने आश्वस्त किया था कि 3-4 माह में एनजेसीएस सब-कमेटी की बैठक कर वेतन समझौते के सभी मुद्दों पर निर्णय लेते हुए वेतन समझौते को पूर्ण किया जाएगा।

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लेकिन एमओयू के 19 माह बीतने के बाद भी सेल कर्मियों का 39 महीने का एरियर्स, एचआरए, रात्रि पाली भत्ता सहित अन्य मुझे पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। इसके साथ ही सेल प्रबंधन ने यूनियनों के विरोध के बावजूद एकतरफा निर्णय लेते हुए ग्रेच्युटी पर सीलिंग कर दिया है।

सेल में कार्य कर रहे ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन भी प्राप्त नहीं हो रहा है, जिससे उन्हें अपने परिवार की मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाना मुश्किल हो रहा है। ठेका श्रमिकों के वेतन समझौते पर भी अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। सेल प्रबंधन के इस रवैये से भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सेल के कर्मियों एवं ठेका श्रमिकों में अत्यधिक आक्रोश है।

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प्रबंधन से अनुरोध किया गया है कि जल्द से जल्द एनजेसीएस की बैठक बुलाकर सेल कर्मियों का 39 महीने का एरियर्स, एचआरए, रात्रि पाली भत्ता सहित अन्य मुद्दों पर निर्णय लेकर वेतन समझौते को पूर्ण करवाएं एवं ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता भी जल्द से जल्द पूर्ण करवाएं अन्यथा यूनियनें कड़े कदम उठाने के लिए बाध्य होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

संयुक्त यूनियन में शामिल इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, एक्टू, इस्पात श्रमिक मंच, स्टील वर्कर्स यूनियन, लोईमू के पदाधिकारियों ने कहा कि 78 महीने बीतने के बाद भी सेल कर्मियों का वेज रिवीजन पूरा नहीं हुआ। सेल प्रबंधन ने सब कमेटी बना दिया, लेकिन कई महीनों बाद उसकी बैठक बुलाता है एवं उन बैठकों में भी कोई निर्णय नहीं हो पाता।

यूनियन नेताओं ने कहा कि प्रबंधन ठेका श्रमिकों के भी वेज रिवीजन के लिए सब कमेटी बनाकर पूरे मामले को लटका दिया है। ठेका श्रमिक इतने कम वेतन पर कार्य कर रहे हैं कि उनके परिवार की मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरा नहीं हो पा रही है।

इन्हीं मुद्दों को लेकर भिलाई की संयुक्त ट्रेड यूनियन शुक्रवार 26 मई को मुर्गा चौक पर सुबह 8:00 से 9:00 तक प्रदर्शन कर सेल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया है। यूनियन नेताओं का कहना है कि यदि प्रबंधन ने कोई सकारात्मक पहल नहीं किया तो अगले चरण में कड़े कदम उठाएंगे।

प्रदर्शन करने वालों में इंटक से महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरन वर्मा, संजय साहू, रेशम राठौर, सीपी वर्मा, सीटू से अध्यक्ष विजय जांगड़े, महासचिव जेपी त्रिवेदी, डीवीएस रेड्‌डी, सविता मालवीय, टी जोगा राव, शांत कुमार आदि मौजूद रहे।

इस्पात श्रमिक मंच से महासचिव राजेश अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष शेख महमूद, लोइमू से सुरेंद्र मोहंती, एटक से विनोद कुमार सोनी, एचएमएस के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र, साजिद खान, स्टील वर्कर्स यूनियन से नंद किशोर गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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