भारतीय नौसेना के आईएनएस अर्नाला में लगा सेल का स्टील

SAIL steel installed on Indian Navys INS Arnala
  • सेल ने पहले भी आईएनएस विक्रांत, आईएनएस विंध्यगिरि, आईएनएस नीलगिरी, आईएनएस सूरत जैसी कई उल्लेखनीय परियोजनाओं के लिए विशेष स्टील की आपूर्ति की है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। देश की महारत्न और सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता और आयात प्रतिस्थापन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट के बीआरएम ने प्रोडक्शन में उड़ाया गर्दा, पढ़ें रिपोर्ट

सेल ने भारत के पहले स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC), ‘आईएनएस अर्नाला’ के लिए विशेष स्टील की पूरी ज़रूरत को सफलतापूर्वक पूरा किया है।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL BSP: भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों की झोली में आया ये पुरस्कार

आईएनएस अर्नाला को 18 जून, 2025 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। सेल ने गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा बनाए जा रहे, अन्य सात ASW-SWC कोरवेट के लिए भी विशेष स्टील की पूरी आपूर्ति की है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट के बीआरएम ने प्रोडक्शन में उड़ाया गर्दा, पढ़ें रिपोर्ट

रक्षा स्वदेशीकरण की दिशा में, भारत के प्रयासों में एक प्रमुख भागीदार के रूप में, सेल ने इस परियोजना के लिए आवश्यक जरूरत की पूरी विशेष स्टील की आपूर्ति की है। यह देश की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की पहल को लागू करने और आयात पर निर्भरता को कम करने में सेल की प्रतिबद्धता का एक और प्रभावशाली उदाहरण है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट से अच्छी खबर, कैपिटल रिपेयर के बाद कोक पुशर 7 शुरू, 15 साल की छुट्टी

इसी दिशा में, सेल ने पहले भी आईएनएस विक्रांत, आईएनएस विंध्यगिरि, आईएनएस नीलगिरी, आईएनएस सूरत जैसी कई उल्लेखनीय परियोजनाओं के लिए विशेष स्टील की आपूर्ति की है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट और सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने रोपे पौधे