सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के डिप्लोमा इंजीनियरों के लिए अच्छी खबर है। बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी यूनियन के प्रयास से बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत डिप्लोमा इंजीनियर्स अब अपने कार्य के साथ साथ नियमित बी-टेक कोर्स कर सकते हैं। इस विषय पर यूनियन के अध्यक्ष संदीप कुमार ने बताया कि यूनियन के सदस्यों द्वारा काफी दिनों कॅरियर ग्रोथ के लिए नियमित बी-टेक कोर्स की सुविधा की मांग की जा रही है।
यूनियन ने गंभीरता से लेते हुए इस पर कार्य आरंभ किया गया, जिसके क्रम में प्रबंधन से इससे संबंधित चर्चा किया गया, जिस पर प्रबंधन द्वारा AICTE के गाइड लाइन में स्पष्ट नियम नहीं होने का कारण बताकर इस विषय को गंभीरता से नहीं लिया गया। उसके बाद यूनियन ने गुरु गोबिंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी टेक्निकल कैंपस, कांड्रा, बोकारो के डायरेक्टर से सम्पर्क किया गया। बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत डिप्लोमा इंजीनियर्स को flexible timing के साथ रेगुलर बी टेक कराने के लिए 24 फरवरी को एक पत्र दिया था।
इसके बाद उसी पत्र के रेफेरेंस के साथ झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (JUT) के वाइस चांसलर विजय पांडेय से मुलाकात करके उन्हें प्रोफेसनल डिप्लोमा इंजीनियर्स के फ्यूचर ग्रोथ के लिए हायर एजुकेशन प्राप्त करने में हो रही परेशानियों से अवगत कराया गया एवं इसका समाधान करने का आग्रह किया गया।
महामंत्री एम तिवारी ने कहा कि आज हम सबके लिए बहुत गर्व की बात है कि इस वर्ष 2023-2024 के AICTE के गाइडलाइन में पत्र में लिखे गए शब्दों के साथ स्पष्ट रूप से इस बात का उल्लेख किया गया कि प्रोफेशनल डिप्लोमा होल्डर्स flexible timing के साथ रेगुलर बी टेक की डिग्री कर सकते हैं। ये हम सबके लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। ये रेगुलर डिग्री पूरे देश में मान्य होगा।
इससे bsl के डिप्लोमा होल्डर्स के साथ-साथ हर उस डिप्लोमा होल्डर को फायदा होगा, जो कहीं भी काम करते हैं। प्रोफेशनल डिप्लोमा इंजीनियर्स के फ्यूचर ग्रोथ की समस्या को समझते हुए इस कार्यं को करने के लिए बोकारो सहित पूरे sail के डिप्लोमा इंजीनियर्स AICTE को तहे दिल से धन्यवाद दिया है।
इसी के साथ हम सभी लोग झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वाइस चांसलर विजय पांडेय, गुरु गोविंद सिंह एजुकेशनल सोसाइटी टेक्निकल कैंपस के माननीय सेक्रेटरी एसपी सिंह, डायरेक्टर डॉक्टर प्रियदर्शी जरुआर, बीएसएल के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) पवन कुमार को धन्यवाद दिया।