आइएसपी के ब्लास्ट फर्नेस में विवाद को लेकर हंगमा मचा हुआ है। प्रबंधन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया जा रहा है।
सूचनाजी न्यूज, बर्नपुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के इस्को बर्नपुर स्टील प्लांट (IISCO Steel Plant) के दो कर्मचारियों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। विवाद इतना बढ़ा कि प्रबंधन को एकतरफा कार्रवाई तक करनी पड़ी।
सेक्शन बदलने की वजह से कर्मचारी को आर्थिक रूप से नुकसान होना तय है। इसकी शिकायत हर स्तर पर की गई, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली।
पीड़ित कर्मचारी ने इसकी शिकायत एक बार फिर पर्सनल डिपार्टमेंट से की। विभाग ने मामले की सुनवाई शुरू कर दी है। सोमवार से मामले की जांच की जाएगी, इसके बाद ही स्थिति और स्पष्ट हो पाएगी।
स्टील अथाॅरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड आइसपी के ब्लास्ट फर्नेस (Blast Furnace ) में इंटक का नेता टुनटुन कुमार बरनवाल और हुरदानंद दास से बीच विवाद हुआ है। ब्लास्ट फर्नेस के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विकली ऑफ के दिन हाजिरी लगाने को लेकर विवाद हुआ। इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की गई थी, जिसको लेकर इंटक नेता टुनटुन और हुरदानंद के बीच कहासुनी हुई।
मामला इतना तूल पकड़ा कि हाथापाई की नौबत आई। इसकी शिकायत एरिया इंचार्ज, जीएम (GM), सीजीएम (CGM), ईडी (ED) तक की गई। कर्मचारियों के मुताबिक ब्लास्ट फर्नेस के सीडीआई में विवाद हुआ था।
हंगामे के बाद हुरदानंद को जोराबुरी में शिफ्ट कर दिया गया। यहां इन्हें जनरल शिफ्ट में ही ड्यूटी करना है। नाइट शिफ्ट एलाउंस का नुकसान हो रहा है।
गुरुवार रात हंगामा हुआ था और शनिवार को एरिया बदलने का आदेश जारी हो गया है। इसी बीच एक अन्य इंटक नेता पर आरोप लगाया जा रहा है कि हुरदानंद को धमकाया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम पर टुनटुन ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि मामूली विवाद था। लेकिन हुरदानंद ने खुद वॉकी टॉकी से अपने सिर पर वार किया। हेलमेट से खुद को मारना। मेरी गर्दन तक पकड़ी। मौके पर मौजूद कर्मचारी इसके गवाह हैं। मैंने कुछ भी नियम विरुद्ध नहीं किया है। विकली ऑफ के दिन काम किया था। उसी के बदले प्रबंधन के कहने पर हाजिरी लगाई थी।
वहीं, इंटक नेता से मारपीट के मामले पर बर्नपुर इंटक के महासचिव हरजीत सिंह ने पहले टुनटुन के बारे में कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थे। खबर प्रसारित होते ही उनका फोन आया और कहा-दोनों ही इंटक के पदाधिकारी हैं। सामान्य बातचीत हुई थी। इंटक को बदनाम किया जा रहा है। इंटक के एक अन्य पदाधिकारी ने यहां तक बोल दिया कि टुनटुन प्रतिनिधि हैं, जबकि हुरदानंद किसी पद पर नहीं हैं। वह सामान्य कर्मचारी हैं।
ये खबर भी पढ़ें : SAIL Bonus: बेस 28000 नहीं, 21 हजार था, इसलिए खाते में आया 23 हजार बोनस