दिल्ली में घसीटे गए पहलवानों के समर्थन में ट्रेड यूनियनें, 1 जून को बवाल तय

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। जंतर-मंतर पर पहलवानों के साथ हुई झड़क को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। कर्मचारी यूनियन INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC ने केंद्र सरकार की नीतियों की निंदा करते हुए सक्रिय रूप से विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। यूनियन नेताओं ने कहा कि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच पिछले एक महीने से अधिक समय से न्याय की मांग कर रही महिला पहलवानों के दिल्ली पुलिस द्वारा क्रूर दमन की एक स्वर से निंदा करता है।

पुलिस की कार्रवाई चौंकाने वाली थी, स्पष्ट रूप से अलोकतांत्रिक, मनमानी और जाहिर तौर पर केंद्र सरकार के आदेश पर। यह चौंकाने वाली बात है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह, जिन पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, जिनमें से एक नाबालिग है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद उसे छुआ नहीं जा रहा है।

नेताओं ने कहा कि महिला पहलवानों ने पितृसत्तात्मक समाज में सामाजिक कलंक को झेलते हुए उसके खिलाफ शिकायत करने की बहुत बड़ी हिम्मत की है। यह उसी तारीख को “नई संसद” के नाम पर खेले गए झांसे और “सेंगोल” के नाटक को भी उजागर करता है, जबकि सेंगोल आम लोगों के लिए न्याय का प्रतीक है।

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 1 जून को देश भर में बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने के लिए किसानों के आह्वान का केंद्रीय यूनियनों का संयुक्त मंच ने समर्थन किया है।

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच अपनी सभी यूनियनों को अपने इलाके में किसान यूनियनों और अन्य लोकतांत्रिक जन संगठनों के साथ तुरंत संपर्क करने और 1 जून को बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने और दिल्ली पुलिस द्वारा केंद्र सरकार के आदेश पर महिला पहलवानों पर क्रूर दमन की निंदा करते हुए सक्रिय विरोध करने का आह्वान किया है।