Suchnaji

Bhilai Township के व्यापारी पहुंचे CGM के पास, लीज डीड का पैसा देने के बाद भी नहीं मिली कॉपी, पढ़िए क्या-क्या हुआ…

Bhilai Township के व्यापारी पहुंचे CGM के पास, लीज डीड का पैसा देने के बाद भी नहीं मिली कॉपी, पढ़िए क्या-क्या हुआ…
  • जिन्होंने लीज का पैसा जमा कर दिया। लेकिन कई वर्षों से लीज डीड की कॉपी उन्हें नहीं मिली, जिनकी संख्या लगभग 700 के आसपास है और इनमें से 21 दुकानदारों की लीज पूर्व वर्षों में हो चुकी है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल हाउस लीज और रजिस्ट्री को लेकर चल रही प्रक्रिया के बीच भिलाई टाउनशिप के व्यापारी सीजीएम टाउनशिप से मुलाकात के लिए पहुंच गए। भिलाई इस्पात संयंत्र नगर सेवा विभाग के मुख्य महाप्रबंधक अजय सपकाले यादव के साथ उनके कक्ष में स्टील सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की बैठक अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन के नेतृत्व में संपन्न हुई। बैठक में महाप्रबंधक लीज एवं संपदा विजय शर्मा एवं कनिकदले सहायक महाप्रबंधक शाप एवं लीज भी उपस्थित थे।

AD DESCRIPTION

प्रतिनिधि मंडल में रामकुमार गुप्ता, सुरेश रतनानी, दिनेश सिंघल,रामकिशन मूंदड़ा, श्री निवास खेडिया, राकेश दोढी, वेद प्रकाश गुप्ता, एस सजीव ,अजय कनौजिया, शेखर संगेवार, पी.रवि नारायण, विकास शर्मा, गुरनाम सिंह, राजेश सिंह, श्रीकांत उपाध्याय, मुकेश राजपूत सहित प्रत्येक सेक्टर के प्रतिनिधि बैठक में शामिल थे।

AD DESCRIPTION AD DESCRIPTION

ये खबर भी पढ़ें:  SAIL के 20 CGM बने ED: BSP खदान के लिए 2 ईडी, ISP के पवन होंगे भिलाई के ईडी पीएंडए, Bokaro के पोपली गए दिल्ली, पढ़िए प्रमोशन लिस्ट

स्टील सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स भिलाई के सलाहकार सदस्य एवं सेक्टर 10 व्यापारी संघ के अध्यक्ष राम कुमार गुप्ता ने व्यापारियों सहित सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक संस्थाओं की समस्याओं पर अपनी बात रखते हुए कहा कि ऐसे दुकानदार सहित जिन्होंने लीज का पैसा जमा कर दिया। लेकिन कई वर्षों से लीज डीड की कॉपी उन्हें नहीं मिली, जिनकी संख्या लगभग 700 के आसपास है और इनमें से 21 दुकानदारों की लीज पूर्व वर्षों में हो चुकी है।

श्री गुप्ता ने बताया कि लगभग 675 दुकानदारों को संबंधित विभागीय अधिकारी पंजीयन के लिए आमंत्रित कर पंजीयन की प्रक्रिया पूरी की जाए। इस विषय पर अधिकारियों ने अपनी सहमति दी।
न्यू सिविक सेंटर रेसिडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश ढोडी ने प्रतिमाह वसूले जाने वाले पैनल रेट को प्रबंधन तत्काल प्रभाव से समाप्त करें और वन टाइम पेनाल्टी सिस्टम लागू कर व्यापारियों के आवास अथवा दुकानों को नियमित किया जाना चाहिए। शारीरिक मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना से राहत दी जानी चाहिए।

ये खबर भी पढ़ें:  SAIL का CPRS करा रहा नुकसान, बच्चों का एडमिशन कराने 10% से ज्यादा ब्याज पर सूद ले रहे कर्मचारी

सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने व्यापारियों को पीडीएफ फाइल के माध्यम से भेजे जाने वाले बिजली बिलों में सभी उपभोक्ताओं के पास स्मार्ट मोबाइल नहीं होने की बात कही। और छोटे एवं सामान्य मोबाइल में पीडीएफ नहीं खुलने की शिकायत की जैन ने कहा कि व्यापारियों को पीडीएफ फाइल के साथ-साथ मैसेज के माध्यम से भी बिलों की सूचना भेजी जाए, ताकि व्यापारी बिजली बिलों का भुगतान समय पर कर सके।
इस पर भी मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि वर्तमान समय में प्रक्रिया ट्रायल में है शीघ्र अति शीघ्र सुधार किया जाएगा और पीडीएफ के साथ मैसेज के माध्यम से भी बिल भेजा जाएगा। रिसाली सेक्टर बीएसपी मार्केट व्यापारी संघ के उपाध्यक्ष गुरनाम सिंह में बाजार क्षेत्र में राशि का भुगतान ले जाने के बाद भी समय पर कचरा नहीं उठाने की शिकायत की उन्होंने बताया कि होटल में एकत्र होने वाले कचरे को कचरा उठाने वाले लोग उठाने में आनाकानी करते हैं और समय पर कचरा नहीं उठाते।

भिलाई के संपूर्ण टाउनशिप के बाजार क्षेत्र में दुकाने 9:00 और 10:00 के मध्य खुलती है। इसलिए कचरा उठाने वालों को निर्देश दिया जाए कि टाउनशिप बाजार क्षेत्र में 10:00 और 11:00 के मध्य कचरा उठाने के लिए पहुंचे। इस पर भी विभागीय अधिकारियों ने अपनी सहमति दी है।

चेंबर के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों से व्यापारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार बनाकर छोटे-छोटे मामलों का निराकरण तत्काल करने का अनुरोध किया ताकि व्यापारियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना नगर सेवा विभाग में न करना पड़े। जैन ने कहा कि जिन व्यापारियों के लीज की प्रक्रिया 30 वर्ष पूर्ण हो गई है उन दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन तत्काल आरंभ किया जाए।

इस विषय पर भी मुख्य महाप्रबंधक हर संभव सहयोग करते हुए विधि विभाग से चर्चा करने की बात कही है। चर्चा दौरान मुख्य महाप्रबंधक ने महाप्रबंधक लीज विजय शर्मा से जानना चाहा कि यह प्रकरण इतना उलझा हुआ क्यों है। उन्होंने बताया कि लीज एग्रीमेंट की कॉपी में दोनों बातें लिखी हुई है। इसलिए इस पर विधि विभाग से सलाह करने की बात कहीं गई है। जैन ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से है कि नगर सेवा विभाग के अधिकारी यदि तालमेल बनाकर कार्य करेंगे तो व्यापारियों से प्राप्त होने वाला राजस्व कहीं नहीं रुकेगा।