- इस्पात क्लब की कार्यकारिणी का चुनाव भी कर्मचारियों द्वारा करवाया जाए और इस अधिकार को पुनः बहाल किया जाए।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील क्लब सेक्टर 8 के गवर्निंग बॉडी के सदस्य को इस्पात क्लब का अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन के महासचिव सुरेन्द्र महंती ने महाप्रबंधक मानव संसाधन व औद्योगिक संबंध से लिखित में शिक़ायत दर्ज कराई। कर्मचारियों के इस्पात क्लब और अधिकारियों के स्टील क्लब के बीच प्रबंधन द्वारा जो भेदभाव किया जा रहा है,उसके निराकरण की मांग की है।
महासचिव सुरेन्द्र महंती ने कहा-वर्तमान में स्टील क्लब सेक्टर-8 के गवर्निंग बॉडी के सदस्य एंव सचिव जीएस. कुमार को इस्पात क्लब हॉस्पिटल सेक्टर का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। एक ही व्यक्ति को दो पदों पर रखना न केवल अनुचित है, बल्कि इससे हितों के टकराव और पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं।
विशेषकर यह आशंका है कि स्टील क्लब की तरह यहां भी केटरिंग संबंधी कार्य सीधे अनुचित रूप से संबंधित केटरर्स से ही कराया जाएगा। स्टील क्लब में कोई भी व्यक्ति शादी ब्याह के लिए बुकिंग करता है तो उसके साथ बाध्यता होती है कि टेंट, डेकोरेशन और केटरिंग मामा भांजा केटरर्स का ही रहेगा।
बहुत से अधिकारी भी व्यवस्था के पीड़ित हैं और इस्पात क्लब में भी अध्यक्ष यही व्यवस्था शुरू कर देगा,जिससे प्रबंधन पर अविश्वास एवं आरोप लगने की स्थिति बनेगी। इसलिए यूनियन की मांग है कि इस्पात क्लब के लिए किसी अन्य अधिकारी को अध्यक्ष मनोनीत किया जाए जो की प्रबंधन के भी हित में होगा।
इस्पात क्लब की बुकिंग राशि संयंत्र प्रबंधन के खाते में जमा होती है, जबकि स्टील क्लब सेक्टर-8 की राशि सीधे क्लब के गवर्निंग बॉडी के पास में रहती है। जबकि दोनों क्लब की भूमि बी.एस.पी. की है, दोनो मे सामान नियम लागू होने चाहिए। फिर भी इस तरह का भेदभाव क्यों किया जाता है? मांग है कि स्टील क्लब सेक्टर-8 की बुकिंग राशि भी संयंत्र प्रबंधन के खाते में जमा हो, ताकि समानता व पारदर्शिता बनी रहे।
ऑनलाइन बुकिंग सुविधा
आज के डिजिटल युग में कर्मचारियों की सुविधा हेतु इस्पात क्लब की बुकिंग की व्यवस्था तुरंत ऑनलाइन प्रारंभ की जानी चाहिए। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि कर्मचारियों को भी सुविधा होगी।
कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन
इस्पात क्लब में प्रबंधन द्वारा मनोनीत अध्यक्ष ही कार्यकारिणी की नियुक्ति करता है, जबकि स्टील क्लब सेक्टर-8 में कार्यकारिणी का चुनाव अधिकारियों द्वारा होता है। यह स्थिति कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।
यूनियन की मांग है कि इस्पात क्लब की कार्यकारिणी का चुनाव भी कर्मचारियों द्वारा करवाया जाए और इस अधिकार को पुनः बहाल किया जाए। उपरोक्त बिंदु न केवल कर्मचारियों की मांग हैं, बल्कि निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं समानता की भी अपेक्षा हैं।