- 2022 में कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ महाप्रबंधक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सूचनाजी न्यूज, नागपुर। डॉ. हेमंत शरद पांडे ने 27 जनवरी को वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) (Western Coalfields Limited (WCL)) के निदेशक (कार्मिक) का पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के उपरांत, उन्होंने डब्ल्यूसीएल के सीएमडी जे. पी. द्विवेदी से मुलाकात की। श्री द्विवेदी ने उन्हें बधाई तथा भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर डब्ल्यूसीएल के निदेशकगण एवं सीवीओ ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं।
डब्ल्यूसीएल के निदेशक (कार्मिक) का पद संभालने से पूर्व, डॉ. हेमंत शरद पांडे साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के रायगढ़ क्षेत्र में क्षेत्रीय महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे।
डॉ. हेमंत शरद पांडे नागपुर के विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (VNIT) से माइनिंग इंजीनियरिंग में स्नातक है। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री और माइनिंग में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त की है।
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उन्हें मैनेजमेंट विषय में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (PhD) भी हासिल हैं। उन्होंने प्रबंधन एवं नेतृत्व कौशल को सुदृढ़ करने की उद्देश्य से यूरोप के शीर्ष बिजनेस स्कूल ‘ईएससीपी’ में एडवांस्ड ग्लोबल टेक्नो मैनेजमेंट प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा फ्रांस, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसे देशों का दौरा भी किया है। उन्होंने टोरंटो, कनाडा में प्रॉस्पेक्टर्स एंड डेवेलपर्स एसोसिएशन (PDAC) की विभिन्न व्यापारिक बैठकों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में भाग लिया है।
डॉ. पांडे ने अपने करियर की शुरुआत अगस्त 1989 में डब्ल्यूसीएल में, जूनियर एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के रूप में की। डब्ल्यूसीएल में 19 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं में अपनी सेवाएं दीं। इस अवधि में उन्होंने खनन प्रौद्योगिकी, भूमि अधिग्रहण और औद्योगिक संबंधों के मुद्दों को संभालने में विशेषज्ञता हासिल की।
सितंबर 2008 से वे साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) में कार्यरत रहे, जहाँ उन्होंने चिरमिरी, हसदेव, गेवरा, जोहिला और रायगढ़ क्षेत्र में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ दी। गेवरा क्षेत्र में महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) के रूप में उन्होंने इन-पिट क्रशिंग सिस्टम में साइलो के द्वारा डिस्पैच तथा प्रणाली में पारदर्शिता व दक्षता बढ़ाने के लिए आईटी पहलों के क्रियान्वयन जैसे उल्लेखनीय कार्य किए।
रायगढ़ में उन्होंने पर्यावरण अनुकूल कोयला डिस्पैच के लिए 6 मिलियन टन प्रति वर्ष और 10 मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता के दो साइलो तथा दो (02) व्हार्फ वॉल साइडिंग शुरू किए। जोहिला क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्यों में सौर ऊर्जा इकाई की स्थापना और जरूरतमंदों के लिए विभिन्न सीएसआर गतिविधियों का क्रियान्वयन शामिल है। 2022 में, उन्हें कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ महाप्रबंधक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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डॉ. हेमंत शरद पांडे को कोल इंडिया लिमिटेड की विभिन्न अनुशंगी कंपनियों में 35 वर्षों का दीर्घ अनुभव प्राप्त है। उनके अनुभव का डब्ल्यूसीएल को निश्चित ही लाभ मिलेगा।
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