- प्रेम प्रकाश पांडेय अपना 8वां चुनाव हार गए, देवेंद्र यादव ने लगातार 2 जीत का रचा इतिहास
- 2018 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र यादव की इंट्री हुई और प्रेम प्रकाश पांडेय को करीब 2800 वोटों से हराया था।
अज़मत अली, भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा की आंधी चली। 90 में से 54 सीट भाजपा और 36 कांग्रेस के खाते में आई है। हार-जीत का सिलसिला चलता रहता है। लेकिन, भिलाईनगर के नतीजे ने सबको हैरान कर दिया है। साल 1990 से लेकर अब तक भाजपा से लगातार 8 बार चुनाव लड़ चुके प्रेम प्रकाश पांडेय को हार से दोबारा सामना करना पड़ा है। युवा विधायक देवेंद्र यादव से पांडेयजी लगातार दूसरी बार चुनाव कम वोटों के अंतर से हार गए हैं।
भिलाईनगर सीट के सियासी ताने-बाने को जानने वालों के मुताबिक देवेंद्र यादव ने लगातार दो जीत का इतिहास रच दिया है। साल 1985 के बाद से अब तक किसी ने लगातार दो जीत हासिल नहीं की है।
बताया जा रहा है कि 1985 में इंटक नेता रवि आर्या कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते थे। सीपीएम प्रत्याशी पीके मोइत्रा को हराया था। इसके बाद 1990 में युवा भाजपा नेता के रूप में प्रेम प्रकाश पांडेय पहली बार आए और रवि आर्या को हराया। पटवा सरकार में मंत्री भी बने।
1993 में मध्यावती चुनाव हुआ और बीडी कुरैशी को 322 वोट से हराकर विधायक बने। 1998 में प्रेम प्रकाश पांडेय को बीजेपी ने दोबारा टिकट दिया और वह बीडी कुरैशी से चुनाव हार गए। 2003 के विधानसभा चुनाव में पांडेयजी जीत गए।
2008 के चुनाव में बीडी कुरैशी ने प्रेम प्रकाश पांडेय को 9 हजार वोटों से हराया था। 2013 में प्रेम प्रकाश पांडेय को टिकट मिला और वह जीत गए। उच्च शिक्षा मंत्री बनाए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र यादव की इंट्री हुई और प्रेम प्रकाश पांडेय को करीब 2800 वोटों से हराया था। इस बार के चुनाव में 1264 वोटों से चुनाव हार गए हैं। इस तरह प्रेम प्रकाश पांडेय 8 बार चुनाव लड़ चुके हैं। 4 बार जीते और 4 बार हार से सामना करना पड़ा है।