नौकरी बदलने पर अपने पीएफ का सारा पैसा निकालने का क्या नुकसान होता है, यह आप समझ नहीं पाते हैं और लाखों रुपए का नुकसान करा बैठते हैं।
अज़मत अली, भिलाई। PF Account Transfer: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organisation) के सदस्यों के लिए यह खबर बहुत ही खास है। पैसे से पैसा बनता है। यह सब जानते हैं, लेकिन ईपीएफ (EPFP) से कैसे फायदा उठाना है, यह सूचनाजी.कॉम आपको बता रहा है। अपना निवेश (Investment) बढ़ाने के लिए सबसे पहले आपको पीएफ एकाउंट को ट्रांसफर (PF Account Transfer) कराना होगा।
जिंदगी में कामयाबी हासिल करने के लिए अच्छे पैकेज की तरफ युवा भागते हैं। इसलिए जल्दी-जल्दी नौकरी भी छोड़ते हैं। नौकरी बदलने पर अपने पीएफ का सारा पैसा निकालने का क्या नुकसान होता है, यह आप समझ नहीं पाते हैं और लाखों रुपए का नुकसान करा बैठते हैं। पैसा निकालने के बजाय अगर उसे ट्रांसफर कराते हैं तो उसका अधिक फायदा है। ईपीएफओ से आपको फायदा ही होगा।
ईपीएफओ (EPFO) की फंड सुविधा का लाभ उठाकर आप अपना अर्थतंत्र सुधार सकते हैं। उम्र के आखिरी पड़ाव में यही पैसा पेंशन (Pension) के रूप में आपका सहारा बनेगा। जमा पूंजी बढ़ाने के साथ ही आर्थिक भविष्य भी संवार और सुरक्षित कर सकते हैं।
अक्सर देखा जाता है कि युवा कर्मी कुछ सालों में ही कई नौकरी छोड़ देते हैं। नई नौकरी ज्वाइन कर लेते हैं, लेकिन अपना पीएफ एकाउंट ट्रांसफर (PF Account Transfer) नहीं कराते। कइयों को इसकी जानकारी तक नहीं होती है। अज्ञानता के कारण नौकरी छोड़ते ही पीएफ का पूरा पैसा भी युवा कर्मचारी निकाल लेते हैं।
ये खबर भी पढ़ें: EPFO Helpline Number 14470 पर समस्या समाधान, लेकिन सावधान…
एकमुश्त हाथ में पैसा तो आता है, लेकिन आपका भविष्य दांव पर लग जाता है। दूसरे संस्थान में नौकरी शुरू करने के साथ ही एक बड़ी गलती आप यह कर देते हैं कि पीएफ एकाउंट ट्रांसफर नहीं कराते हैं। उस नौकरी को छोड़ने के साथ ही अपने पीएफ (PF) का पूरा पैसा भी निकाल लेते हैं।
ऐसा करते ही ईपीएफओ (EPFO) के सदस्य की ईपीएफ सदस्यता खत्म हो जाती है। इसके बजाय अगर आप अपना पीएफ नए एकाउंट में ट्रांसफर कराते हैं तो आपको दोहरा लाभ मिलेगा।
ये खबर भी पढ़ें: ग्रेच्युटी की सीमा अब 5 लाख, टर्म इंश्योरेंस कवर 10 हजार से बढ़कर डेढ़ लाख
PF Account ट्रांसफर ऑनलाइन कैसे करना है और क्या लाभ
–पीएफ एकाउंट ट्रांसफर कराने से पहला लाभ यह है कि सदस्य को उस फंड पर चक्रवृद्धि ब्याज यानी कंपाउंड ब्याज मिलता रहेगा।
-दूसरा लाभ यह है कि ईपीएफ की सदस्यता लगातार बनी रहेगी।
-खास बात यह है कि 10 साल की सेवा अवधि पूरी होते ही वे ईपीएफओ की पेंशन पाने के भी हकदार बन जाते हैं।
–पीएफ पर मिलने वाले लगभग 8.15 प्रतिशत ब्याज से आपका पैसा कितनी तेजी से बढ़ता है, इसे कुछ इस तरह समझिए।
-उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आपका वेतन 15 हजार रुपए है। और हर महीने नियोक्ता एवं आपका अंशदान (Contribution) मिलाकर 2351 रुपए पीएफ खाते में जमा हो रहा है। 10 साल बाद यह राशि 4 लाख 34 हजार रुपए हो जाएगी।
-20 साल में यही राशि 14 लाख 11 हजार रुपए और 40 साल बाद यही रकम लगभग 86 लाख रुपए से भी ज्यादा बन जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें: EPS 95 हायर पेंशन: FD तोड़े बगैर EPFO में जमा करें लाखों रुपए, यह है तरीका
-इस तरह आपको अच्छे ब्याज के साथ ही कंपाउंडिंग का ही नहीं फायदा होता, बल्कि ईपीएफ में किए गए अंशदान पर सदस्य और नियोक्ता दोनों को आयकर के लिए छूट मिलती है।
-इसके अलावा इस पर मिलने वाले ब्याज और मेच्योरिटी पर मिलने वाला धन आयकर से मुक्त होता है। अगर, अंशदान ढाई लाख से ज्यादा है तो उस पर मिलने वाले ब्याज पर आयकर देना होगा।
-अगर आप 5 साल से कम की सदस्यता पर अपना पीएफ खाता (PF Account) बंद करते हैं तो आपको मिलने वाली राशि पर ईपीएफओ टीडीएस (EPFO TDS) काटता है।
-ध्यान देने वाली बात यह भी है कि कई बार युवक अवस्था में पेंशन का महत्व समझ में नहीं आता है। लेकिन, रिटायर होने के बाद ईपीएफ से मिलने वाली राशि ही सहारा बनती है।
-इसलिए आप जब भी नौकरी बदलें, साथ ही अपना पीएफ एकाउंट भी ट्रांसफर करा लें। इसकी प्रक्रिया काफी आसान है।
-आप ईपीएफओ के मेंबर पोर्टल (EPFO Member Portal) पर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। इसके लिए यूएएन नंबर (UAN) में आपका केवाईसी अपडेट (KYC Update) होना जरूरी है।