अतनु भौमिक ने इस्पात संयंत्र में शून्य दुर्घटना को प्राप्त करने के लिए हर कमी को दूर करने पर जोर दिया।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र में सुरक्षा बोर्ड की बैठक हुई। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी के ‘मंथन’ सम्मलेन कक्ष में एक सुरक्षा बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने बैठक की अध्यक्षता की।
कार्यपालक निदेशक (संकार्य) एसआर सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पीके शतपथी, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) पीके साहू, मुख महाप्रबंधक प्रभारी (खान) पीके रथ, मुख्य महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) एसके नायक और मैसर्स ई एंड वाई के सलाहकार राजा देबनाथ ने बैठक में भाग लिया।
बैठक का उद्देश्य संगठन की सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करके दुर्घटना मुक्त स्टील का उत्पादन करना था, जहां सुरक्षा हर कार्यात्मक पहलू का एक अभिन्न अंग होगी। इस अवसर पर अतनु भौमिक ने इस्पात संयंत्र में शून्य दुर्घटना को प्राप्त करने के लिए हर कमी को दूर करने पर जोर दिया।
निदेशक प्रभारी ने कहा कि आरएसपी एक सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई है और सभी हितधारकों को इस्पात संयंत्र में होने वाली किसी भी घटना पर सवाल उठाने का अधिकार है। “सुरक्षा के सभी पहलुओं पर आत्मनिरीक्षण, समीक्षा और ध्यान केंद्रित करना सभी की जिम्मेदारी है – चाहे वह गैस, अग्नी, बिजली, रसायन या सड़क सुरक्षा हो। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यस्थल पर सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है जो किसी भी संगठन की सफलता को निर्धारित करता है।
महाप्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा) आशा एस कार्था द्वारा ‘आरएसपी के सुरक्षा प्रदर्शन’ पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति में सेल, आरएसपी की संशोधित सुरक्षा नीति के कुछ प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया गया। हाल की सभी सुरक्षा संबंधी घटनाओं के कारणों, सुरक्षा घटना सांख्यिकी पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद खुली चर्चा में कई सवाल उठाए गए, जिनका स्पष्टीकरण देबनाथ ने दिया।
ये खबर भी पढ़ें: SAIL E0 परीक्षा में फिर सेटिंग शुरू, दिल्ली दौड़ तेज, 10 तक पहुंचा रेट…!
उल्लेखनीय है कि, सुरक्षा परामर्शदाता, मैसर्स ई एंड वाई ने कार्य स्थल पर कमियों की पहचान करने के लिए कार्यबल के बीच सुरक्षा जागरूकता को मैप करने के लिए एक विस्तृत सर्वेक्षण किया था। शून्य क्षति के अंतिम उद्देश्य के साथ कार्यस्थल को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए उन अंतरालों को पाटने के लिए एक रोडमैप तैयार किया गया है।
केंद्रित सुरक्षा अभियान भी शुरू किए गए हैं जिनमें विभिन्न विभागों में ऊपर से नीचे सिलसिलेवार तरीके से सत्र आयोजित करना, विभाग प्रमुखों के साथ व्यक्तिगत रूप से आमने सामने गहन बातचीत करना और अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल करते हुए केंद्रित सामूहिक चर्चा शामिल है। कार्यक्रम का समन्वयन महाप्रबंधक (सुरक्षा) अबकाश बेहरा ने किया।