- इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च परिवहन विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL Bhilai Steel Plant) के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग (सीएसआर) द्वारा ड्राइविंग और ट्रैफिक रिसर्च संस्थान, प्रशिक्षण केंद्र, नवा रायपुर (आईडीटीआर) के सहयोग से भिलाई और आसपास के क्षेत्रों की 50 महिलाओं को 1 महीने के लिए निःशुल्क लाइट मोटर वाहन ड्राइविंग प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
कौशल विकास योजना (skill development scheme) के अंतर्गत दिए जा रहे इस प्रशिक्षण का उद्घाटन कार्यक्रम सीएसआर विभाग के सेक्टर 5 ऑफिस में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
पवन कुमार ने पहले प्रशिक्षु के लिए ड्राइविंग सिम्युलेटर शुरू करके इस प्रशिक्षण के पहले बैच का उद्घाटन किया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है, ताकि उन्हें उपयुक्त रोजगार के अवसर मिल सकें। इस अवसर पर महिला प्रशिक्षुओं ने गाड़ी चलाना सीखने के अपने अनुभव और इसके पीछे अपनी आकांक्षाएं भी साझा की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) जेवाइ सपकाले, महाप्रबंधक (सीएसआर) शिवराजन नायर एवं संयुक्त निदेशक (आईडीटीआर) अमित गुप्ता मंचासीन थे। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम मे महाप्रबंधक (कार्मिक) एच शेखर, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कुमार कामड़े सहित सीएसआर विभाग एवं आईडीटीआर के अन्य अधिकारीगण एवं कर्मचारी के साथ साथ महिला प्रशिक्षु भी उपस्थित थे।
महिलाओं का साक्षात्कार, फिर बनी लिस्ट
उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षण के पूर्व बीएसपी के सीएसआर विभाग ने महिलाओं का साक्षात्कार किया, जिसके आधार पर लाभार्थियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। कुल 50 महिला लाभार्थियों को आईडीटीआर द्वारा 25-25 के दो बैचों में एक महीने का लाइट मोटर वाहन ड्राइविंग प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
महिला लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी मिलेगा
इस पहल के अंतर्गत, एलएमवी लाइसेंस से सम्बन्धित औपचारिकताएं और व्यावहारिक-तकनीकी प्रशिक्षण भी दी जाएगी। इस पहल के तहत, क्लासरूम प्रशिक्षण और सिम्युलेटर प्रशिक्षण सीएसआर कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-5, भिलाई में प्रदान किया जाएगा। जबकि व्यावहारिक प्रशिक्षण भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा उपलब्ध कराए गए निर्धारित स्थान पर दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद, सभी महिला लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। आईडीटीआर लाभार्थियों के लाइसेंस के लिए भी आवेदन करेगा, आगे की प्रक्रिया के लिए लाभार्थी महिलाओं को संबंधित आरटीओ के समक्ष ड्राइविंग टेस्ट देना होगा।
जानिए इनके बारे में
इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च परिवहन विभाग (Institute of Driving and Traffic Research Department of Transport), छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Govt) और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Limited) के बीच एक संयुक्त उद्यम है, जो छत्तीसगढ़ राज्य में पेसेंजर और कमर्शियल वाहन चालकों को सुरक्षित प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है।