- ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के लिए न्यूनतम पेंशन 1000 रुपये प्रति माह से बढ़ाने का आखिरी मौका…।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election 2024) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दावा किया था 400 पार। लेकिन, जनता ने 240 सीट पर ही रोक दिया। आखिर, बीजेपी के पिछड़ने का क्या कारण है? पार्टी ने समीक्षा के बाद रिपोर्ट जारी भी नहीं की। वहीं, ईपीएस 95 पेंशनभोगियों ने पूरी समीक्षा करके राज खोल दिया। लाखों पेंशनर्स द्वारा झटका देने की बात कही जा रही है।
पेंशनर्स बसकरन सुब्रमण्यम अय्यर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। लिखा-एनएसी नेता कम से कम इस बार तो ध्यान रखें। गरीब ईपीएस 95 पेंशनभोगियों (EPS 95 Pensioners) के लिए न्यूनतम पेंशन 1000 रुपये प्रति माह से बढ़ाने का आखिरी मौका…। Rajendra Bisht ने बीजेपी और मोदी जी के स्पष्ट बहुमत से दूर रहने के कारण बता दिए। पेंशनसर्स ने दावा किया कि आसमान से भी ऊंचा अहंकार, अति आत्म विश्वास और अति महत्वकांक्षा।
युवा बेरोजगार, श्रमिक, कर्मचारी और छोटे व्यवसाइयों की उपेक्षा फलस्वरुप घोर नाराजगी। बुजुर्ग EPS 95 Pensioners और उनके परिवारों की परिस्तिथिजन्य समस्याओं को दरकिनार कर उनकी भावनाओं पर कुठाराघात, जबकि सांसद, विधायक, मंत्री, दायित्वधारियों और नौकरशाहों को असीमित सुविधाए और मनवांछित पेंशन। इसी तरह वोट बैंक के लिए भगवान राम और धार्मिक पूजा स्थलों के साथ साथ सेना का राजनीतिकरण और बेरोजगारों से छल तथा हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर धार्मिक भावनाओं को भड़काना।
भविष्य की आशंका भी जता गए पेंशनभोगी
संभवत: यह बीजेपी और मोदी सरकार (Modi Govt) के लिए आत्म सुधार का अंतिम अवसर है। यदि वह अपने प्रचंड अभिमान से ग्रस्त होकर अभी भी आत्म मंथन नहीं करती है तो वह अपनी मूल स्थिति में आकर 2029 तक विलुप्त हो जाएगी और पुनः 2 सीट पर सिमट जाएगी।
ईपीएस उम्मीदवारों को कितने वोट मिले
आरके संघा ने ईपीएस-95 पेंशन फ्रंटलाइन फाइटर्स (EPS-95 Pension Frontline Fighters) पर पोस्ट किया। लिखा-चुनावों में ईपीएस उम्मीदवारों को कितने वोट मिले? लोकसभा चुनावों में उन्हें कितना नुकसान हुआ? सभी को पता चले। इसके लिए ईपीएस 95 एनएसी द्वारा परिणाम साझा किए जाने चाहिए।