EPS 95 Pension: EPFO और सरकार पर तिलमिलाए पेंशनभोगी, यह है 7500 रुपए पेंशन की आखिरी उम्मीद

  • फेसबुक एडमिन गौतम चक्रवर्ती लिखते हैं कि वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन इसे आसानी से भूल गए।

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। हेमा मालिनी के सामने पेंशनभोगियों (Pensioners) की पेंशन बढ़ाने को लेकर सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया। दो बार यही बात दोहराई गई। लेकिन, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ के सदस्यों को कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के तहत 7500 रुपए नहीं मिल सका है। आज भी ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) 1000 रुपए ही है, जिसमें पूर्व कर्मचारी अपना जीवन गुजार रहे हैं।

ईपीएस 95 पेंशन (EPS 95 Pension) को लेकर सोशल मीडिया पर पेंशनभोगी मन की बात कर रहे हैं। पेंशनर्स की आवाज उठाने का प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया बना हुआ है। फेसबुक एडमिन गौतम चक्रवर्ती लिखते हैं कि वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन इसे आसानी से भूल गए।

मथुरा की सांसद हेमा मालिनी की मौजूदगी में…

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की नीतीश जी की अपील का भी यही हश्र हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने मथुरा की सांसद हेमा मालिनी की मौजूदगी में एनएसी नेतृत्व से दो बार वादा किया कि वे ईपीएस 95 पेंशनभोगियों (EPS 95 Pensioners) की परेशानियों को दूर करने के लिए कदम उठाएंगे, लेकिन इन प्रयासों से कुछ नहीं हुआ।

टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार…

क्या झूठे वादे करना राजनीतिक विमर्श में सबसे खराब स्तर है? एडमिन गौतम चक्रवर्ती ने कहा-टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार से हमारी अपील है कि वे हमारे साथ-साथ हमारे मुद्दों को भी उठाएं और जीवन के अंतिम पड़ाव में हमें सहायता प्रदान करें। संवैधानिक रूप से, वे फैसले लेने की स्थिति में हैं। उम्मीद है कि हमारी अपील इन दो लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों के कानों में गूंजेगी।