- आरआईएनएल के सीएमडी अतुल भट्ट ने गर्भम मैंगनीज खदान के पट्टे को आरआईएनएल को सौंपने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
- मैंगनीज का उपयोग ब्लास्ट फर्नेस में गर्म धातु के उत्पादन के लिए किया जाता है।
सूचनाजी न्यूज, विशाखापट्टनम। राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (Rashtriya Ispat Nigam Limited) (आरआईएनएल) के लिए अच्छी खबर है। निजीकरण की चपेट में आ रहे प्लांट को बचाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने ठोस फैसला लिया है।
आरआइएनएल (RINL) के प्रबंध निदेशक अतुल भट्ट ने गर्भम मैंगनीज खदान के पट्टे को आरआईएनएल को सौंपने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के प्रति आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (Rashtriya Ispat Nigam Limited) (आरआईएनएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अतुल भट्ट ने गर्भम मैंगनीज खदान के पट्टे को आरआईएनएल को सौंपने के लिए उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है। यह आरआईएनएल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो मैंगनीज अयस्क के उत्पादन की निरंतर उपलब्धता को सुनिश्चित करता है।
ये खबर भी पढ़ें: पेंशनभोगियों के लिए Digital Empowerment, Ease of Living पर ताज़ा खबर
अतुल भट्ट ने विशाखापत्तनम के गजुवाका के विधायक और आंध्र प्रदेश के तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव और विशाखापत्तनम के सांसद एम. भारत को इस संबंध में उनके अथक प्रयासों के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। उनका समर्थन और सक्रिय भागीदारी आरआईएनएल के लिए इस महत्वपूर्ण संसाधन को सुरक्षित करने में सहायक रही है, जिससे देश की आर्थिक प्रगति और विकास में योगदान देने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को बल प्राप्त हुआ है।
गर्भम मैंगनीज खदान के पट्टे का क्षेत्र 654 एकड़ है और आरआइएनएल (RINL) द्वारा प्रति वर्ष लगभग 6000 टन की खपत होती है। मैंगनीज का उपयोग ब्लास्ट फर्नेस में गर्म धातु के उत्पादन के लिए किया जाता है।
सहयोगात्मक प्रयास के परिणामस्वरूप पट्टा सौंपने का यह कार्य आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाने में उद्योग और सरकार के बीच मजबूत साझेदारी के महत्व को रेखांकित करता है।
ये खबर भी पढ़ें: दलाल बीएसपी आवासों का ताला तोड़कर चला रहे किराए पर, 28 अनफिट ब्लॉक्स खाली