सूचनाजी न्यूज, भिलाई। एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े इस्पात संयंत्र ‘भिलाई स्टील प्लांट’ (BSP) में यूनियनों ने संयुक्त प्रदर्शन किया। उग्र प्रदर्शन के बाद यूनियनों की मांगों को SAIL चेयरमैन तक प्रेषित किया गया।
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भिलाई की संयुक्त ट्रेड यूनियन ने बोनस फॉर्मूला में बदलाव करने, 39 माह के एरियर्स देने और RINL का प्राइवेटाइजेशन न करने की मांग करते हुए संयुक्त प्रदर्शन किया गया।
19 सितंबर दिन गुरुवार को भिलाई के बोरिया गेट पर सुबह-सुबह संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया गया। इसके उपरांत SAIL के चेयरमैन के नाम का ज्ञापन आईआर डिपार्टमेंट को सौंपा गया।
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इस प्रदर्शन में BMS, इंटक, सीटू, एटक, HMS, एक्टू, लोईमू और इस्पात श्रमिक मंच के पदाधिकारियों, प्रतिनिधियों और लीडर्स ने बड़ी संख्या में कर्मियों के साथ बोरिया गेट पर सुबह-सुबह प्रदर्शन किया गया। इस दौरान यूनियन के लीडर्स ने मैनेजमेंट की मनमानी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई।
साथ ही समस्य यूनियन के टॉप लीडर्स ने मौजूद कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि SAIL मैनेजमेंट अपनी मनमानी कर रहा हैं।
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MOU हुए करीब तीन साल बीत गए, मगर अब तक कर्मियों का लाखों रूपये का एरियर्स नहीं दिया जा रहा बल्कि दबा दिया गया है। यूनियन लीडर्स ने यह मांग रखी कि शीघ्र और अति शीघ्र बोनस फॉर्मूले में बदलाव किया जाएं क्योंकि मौजूदा बोनस फॉर्मूला मैनेजमेंट के कर्मियों के हित में नहीं हैं। मौजूदा फॉर्मूले से न्यूनतम राशि बोनस के तौर पर मिल रही हैं। इसलिए अति शीघ्र बोनस फॉर्मूला में बदलाव कर दुर्गा पूजा से पूर्व बोनस दिया जाएं।
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यूनियन लीडर्स ने आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में स्थित राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) के प्राइवेटाइजेशन करने का जमकर विरोध किया गया। साथ ही RINL को SAIL में मर्ज करने की भी मांग की गई।
संयुक्त यूनियन ने प्रदर्शन के बाद RI डिपार्टमेंट पहुंचकर SAIL चेयरमैन के नाम का ज्ञापन सौंपा। आईआर डिपार्टमेंट के महाप्रबंधक जे.एन.ठाकुर को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान आईआर विभाग के महाप्रबंधक विकास चंद्रा और सहायक महाप्रबंधक रोहित हरित भी मौजूद रहे।