
आइएसपी में ए शिफ्ट में करीब 90 प्रतिशत हाजिरी शून्य है। पुलिस प्रशासन जोर लगा रहा है।
बीएसपी के रेल मिल और यूआरएम से खबर आ रही है कई कार्मिक ड्यूटी ही नहीं गए।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल में हड़ताल का मिलाजुला असर दिख रहा है। सेल की सबसे बड़ी यूनिट भिलाई स्टील प्लांट के सभी गेटों पर कर्मचारियों को आंशिक तौर पर रोकने के बाद ड्यूटी जाने दिया जा रहा है।
इस्को बर्नपुर में हड़ताल को लेकर सबसे ज्यादा सक्रियता दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि आइएसपी में ए शिफ्ट में करीब 90 प्रतिशत हाजिरी शून्य है। पुलिस प्रशासन जोर लगा रहा है। सभी गेट पर विवाद की स्थिति बनी हुई है।
वर्कर खुद ही ड्यूटी नहीं आ रहे हैं। रात में ही करीब 2 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को वापस कर दिया गया था। चारों गेट पर कर्मचारी खुद खड़े हैं।
दूसरी ओर दुर्गापुर स्टील प्लांट से भी हड़ताल पर मिलाजुला असर है। कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि 8 बजे से गेटों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारी खुद ही बोल चुके हैं कि कोई ड्यूटी पर नहीं जाएगा। इसलिए विवाद की स्थिति नहीं बनेगी। हर तरफ हड़ताल के समर्थन में माहौल है।
ये खबर भी पढ़ें: केंद्रीय श्रमायुक्त ने सेल प्रबंधन से मांगी रिपोर्ट, हड़ताल वाले दिन फिर मीटिंग
भिलाई स्टील प्लांट में भी हड़ताल को लेकर जितना दावा किया जा रहा था, वैसा कहीं नहीं दिखा। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। मेन गेट पर सीटू और बोरिया गेट पर इंटक और बीएमएस के बैनर दिख रहे हैं।
अन्य गेट पर एचएमएस, लोइमू, एटक, एक्टू, स्टील वर्कर्स यूनियन, इस्पात श्रमिक मंच के झंडे नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि किसी भी गेट से कोई कर्मचारी वापस नहीं लौट रहा है। चंद मिनट के ठहराव के बाद कर्मचारियों को ड्यूटी जाने दिया जा रहा है।
इस वजह से बीएसपी प्रबंधन के साथ जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। रेम मिल, यूआरएम और क्रेन ऑपरेशन से जुड़े कर्मचारियों के बारे में बताया जा रहा है कि वे ड्यूटी नहीं गए हैं। कर्मचारी खुद से ही ड्यूटी से नदारद हैं।
ये खबर भी पढ़ें: पेंशन योग्य वेतन सीमा 21,000 करने और 3000 रुपए न्यूनतम पेंशन पर अब ये बात आई
बीएसपी के खदान दल्ली राजहरा में हड़ताल को सफल बताया जा रहा है। 100 प्रतिशत हड़ताल को सफल बताया गया है। पांच रैक आयरन ओर का डिस्पैच होता है, जो खतरे में पड़ गया है। करीब 3 हजार रेगुलर और ठेका मजदूर खदान में गए ही नहीं।
इधर-राउरकेला स्टील प्लांट से खबर आ रही है कि यूनियन चुनाव की वजह से वहां भी कोई यूनियन विवाद करने के मूड में नहीं है। हर गेट पर शांति का माहौल है। हाथों में झंडे और बैनर लिए यूनियन नेता समर्थन मांग रहे हैं। लेकिन, कर्मचारी ड्यूटी जाते हुए नजर आ रहे हैं।