- ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन को लेकर आंदोलन और पेंशनभोगी के मन की बात।
- ईपीएफओ और केंद्र सरकार पर खासा नाराज है देशभर के पेंशनभोगी।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension Scheme 1995): सरकार को यकीन नहीं है कि ईपीएस 95 पेंशन (EPS 95 Pesnion) योजना के लाभार्थी भी गरीबी रेखा में आते हैं। महज 1000 रुपए न्यूनतम पेंशन पाने वाले पेंशनभोगी का दर्द एक बार फिर छलक उठा है। ईपीएफओ और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। पेंशनर्स का दर्द बयां करते हुए पेंशनभोगी गौतम चक्रवर्ती कहते हैं कि सरकार को यकीन नहीं है कि ईपीएस 95 पेंशनभोगियों (EPS 95 Pensioners) के परिवार घोर गरीबी में जी रहे…।
हरियाणा सरकार वृद्धावस्था सम्मान भत्ता दे रही है। अठारह वर्ष से ऊपर की महिलाओं को तीन हजार रुपये प्रति माह विधवा पेंशन दे रही है। विकलांगता पेंशन, पैंतालीस वर्ष से ऊपर की महिलाओं को लाडली पेंशन…दी जा रही है। इसके अलावा जरूरतमंदों को मुफ्त राशन के रूप में तीन हजार रुपये प्रति माह पेंशन देती है।
पेंशनभोगी गौतम चक्रवर्ती ने कहा-सरकार ने देखा होगा कि सैकड़ों ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के परिवारों के पास इन श्रेणियों के तहत लाभार्थी हैं और वे आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए, सरकार को यकीन नहीं है कि ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के परिवार घोर गरीबी में जी रहे हैं और इसलिए न्यूनतम ईपीएस 95 पेंशन बढ़ाने से इनकार कर रहे हैं।
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यही कारण है कि एनएसी हरियाणा में एनडीए के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं डाल सका। मुझे यकीन है कि हजारों ईपीएस 95 पेंशनभोगियों ने हरियाणा में एनडीए को वोट दिया है और इस तथ्य को कमांडर सर ने एक साक्षात्कार में स्वीकार किया है।
महाराष्ट्र में भी यही स्थिति है। लोगों के बीच मुफ्त उपहार उदारतापूर्वक वितरित किए जा रहे हैं, जिनमें ईपीएस 95 पेंशनभोगी भी शामिल हैं। उनके समर्थन से एनडीए सत्ता पर काबिज होने की पुरजोर कोशिश करेगी। एनडीए सरकार ने वोट पाने के लिए हमारी मेहनत की कमाई को जनता के बड़े हिस्से में बांटने की चालाकी भरी चाल चली है। और यह सफल भी रही है।
ईपीएस 95 पेंशन में बढ़ोतरी के खोखले वादे
पेंशनभोगी गौतम चक्रवर्ती के मुताबिक यह फार्मूला हम पेंशनभोगियों को पेंशन में बढ़ोतरी दिए बिना भी भाजपा के पक्ष में काम कर रहा है। इसने टीम मोदी को ईपीएस 95 पेंशन में बढ़ोतरी के खोखले वादों के साथ एनएसी नेतृत्व को खुश करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिसे वह कभी लागू नहीं करेगा।
करिश्माई विपक्षी नेताओं की कमी है
हमारा दुर्भाग्य है कि भारत में मजबूत, करिश्माई विपक्षी नेताओं की कमी है, जो टीम मोदी के लिए एक व्यवहार्य विकल्प प्रदान कर सकते हैं। महाराष्ट्र और झारखंड में अपने भाइयों से अपील करता हूं कि वे कुछ मजबूत एनडीए उम्मीदवारों को चौंकाने वाली हार दें। सुनिश्चित करें कि जीतने वाले एनडीए उम्मीदवारों की जीत का अंतर कम हो। टीम मोदी अपमानित महसूस करेगी। फिलहाल हमारी जवाबी कार्रवाई यही होगी।