अमित जोश एनकाउंटर: 15 साल की उम्र में किया था पहला क्राइम, भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारी थे निशाने पर…!

Amit-Josh-committed-his-first-crime-at-the-age-of-15_-officials-of-Bhilai-Steel-Plant-were-the-targe
अमित जोश पर 36 आपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज थे। हत्या, हत्या का प्रयास, लूट आदि के मामले दर्ज हैं। पढ़िए रिपोर्ट।

नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों पर मंडरा रहा था खतरा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई में दहशत फैलाने और गुंडा-गर्दी का साम्राज बढ़ाने का प्रयास करने वाले अमित जोश पुलिस की गोली का शिकार हो चुका है। एनकाउंटर में मारे गए अमित जोश पर 36 आपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।

हत्या, हत्या का प्रयास, लूट आदि के मामले दर्ज हैं। शुक्रवार शाम को सिविक सेंटर जयंती स्टेडियम के समीप जंगल में अमित मारा गया। एनकाउंटर में मारे गए अमित के बारे में बताया जा रहा है कि यह बचपन से ही अपराधिक प्रवृत्ति था। 15 साल की उम्र में ही पहला क्राइम किया था।

मारपीट की घटना के बाद से उसका मन बढ़ता गया। साल 2006 से एनकाउंटर की तारीख तक अमित पर 36 केस दर्ज थे। ग्लोब चौक के पास गोली कांड से ही अमित की उल्टी गिनती शुरू हो गई थी। विष्णु देव साय सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे थे। कानून व्यवस्था को बद से बदतर करार दिया जा रहा था।

ये खबर भी पढ़ें: स्वर्गीय पति की सरकारी नौकरी थी, अंतिम भुगतान और पेंशन तक नहीं मिली

इसके बाद पुलिस एक्शन में आई और 4 महीने के बाद एनकाउंटर में अमित जोश को मौत के घाट उतार दिया। अमित पर एक हत्या, 6 हत्या का प्रयास, 4-5 लूट के मामले दर्ज हैं।

दूसरी ओर यह भी दावा किय जा रहा है कि अमित जोश के सेक्टर 6 स्थित अवैध ठिकाने को ध्वस्त करने से बीएसपी अधिकारी रडार पर आ गए थे। नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों पर खतरा मंडरा रहा था। अनफिट ब्लॉक को कब्जे में लेकर किराए पर अमित चला रहा था, जिसे बीएसपी के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने कब्जामुक्त कराया था।

ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी के प्लेट मिल ने रचा कीर्तिमान, कोचीन शिपयार्ड, भेल, रेलवे, हैवी प्रोजेक्ट को भेजा स्पेशल प्लेट

खतरे वाली बात को पुलिस अधिकारी भी स्वीकार कर चुके हैं, क्योंकि सेक्टर 6 व आसपास के भू-माफिया और कब्जेदार उकसाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे। सबक सिखाने का मंत्र दे रहे थे। यह जानकारी बीएसपी के अधिकारियों को पहले ही मिल चुकी थी। इस बारे में पुलिस के अधिकारियों से चर्चा भी की गई थी।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL ने अकादमिक सहयोग के लिए ASCI हैदराबाद से किया एमओयू साइन