
सीटू का दावा संयंत्र के कुछ कर्मी 31 दिसंबर की छुट्टी भरना चाहते हैं।
बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम में छुट्टी आवेदन करने के साइट पर रोक है।
लिखकर आ रहा है कि साल के आखिरी दिन के लिए छुट्टी आवेदन नहीं कर सकते हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बायोमेट्रिक फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम की कमियों को लेकर सीटू लगातार सवाल उठता रहा है। सीटू का मानना है कि इस सिस्टम में समस्याओं की नौटंकी अभी भी जारी है। भिलाई स्टील प्लांट में समस्याओं की अंबार लगी हुई है। छुट्टी को लेकर कर्मचारी खासा परेशान हो रहे हैं।
अभी भी कर्मियों के हाजिरी एवं छुट्टियों को दुरुस्त करने के लिए हर महीने कर्मियों एवं अधिकारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रबंधन अभी तक इस व्यवस्था को क्यों लेकर आया और इससे क्या लाभ हासिल हुआ यह बता पाने की स्थिति में नजर नहीं आता है।
31 दिसंबर की छुट्टी नहीं ले रहा है बायोमेट्रिक सिस्टम
संयंत्र के कुछ कर्मी 31 दिसंबर की छुट्टी भरना चाहते हैं। किंतु बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम में छुट्टी आवेदन करने के साइट पर यह लिखकर आ रहा है कि साल के आखिरी दिन के लिए छुट्टी आवेदन नहीं कर सकते हैं।
संयंत्र के निर्माण से लेकर आज तक हाजिरी लेने एवं छुट्टी आवेदन करने की मॉड्यूल में कई बदलाव हुए हैं। किंतु कभी भी 31 दिसंबर अर्थात साल के आखिरी दिन छुट्टी आवेदन ना कर पाने की बात कभी भी सिस्टम में नहीं डाला गया अब इसका जवाब एवं समाधान प्रबंधन को ही बताना होगा कि ऐसा क्यों हो रहा है?
महीने के आखिरी में हाजिरी एवं छुट्टी सुधारने में लगे रहते हैं अधिकारी
सीटू के महासचिव जेपी त्रिवेदी का कहना है कि संयंत्र में हाजिरी एवं छुट्टी की व्यवस्था देखने के लिए कई विभागों में टाइम ऑफिस हुआ करता था, जो धीरे-धीरे घटकर पूरे संयंत्र में दो टाइम ऑफिस बच गए, जिसमें 6 कर्मचारी कार्यरत थे। कुछ विद्वान अधिकारियों ने टाइम ऑफिस को खत्म कर ओलाम्स जैसे दुरुस्त एप्लीकेशन को हटाकर बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम में नए एप्लीकेशन को लाए हैं।
इस नए एप्लीकेशन में छुट्टियां को दुरुस्त करने में एवं हाजिरी को ठीक-ठाक करने के लिए हर माह 1 तारीख से 10 तारीख तक संयंत्र के सारे कार्मिक विभाग के अधिकारी एवं वर्क्स तथा नॉन वर्क्स के कई जिम्मेदार अधिकारी लग जाते हैं। यह व्यवस्था कब तक दुरुस्त होगी अथवा दुरुस्त होगी भी कि नहीं अभी भी अंधेरे में है।
संयंत्र जाते समय अभी भी बना हुआ है मेन गेट एवं जोरातराई गेट पर दबाव
बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम आने के बाद संयंत्र के अलग-अलग गेटों पर दबाव बढ़ गया जिसका समाधान करने के लिए सीटू ने प्रबंधन के सामने कई सुझाव प्रस्तुत किया और प्रबंधन ने भी उन सुझावों को सकारात्मक तरीके से लिया।
किंतु उन सुझावों पर अमल नहीं कर पाने के कारण मेंन गेट एवं जोरातराई गेट पर दबाव लगातार बना हुआ है। संयंत्र के अंदर आने के लिए गेटों की संख्या बढ़ाकर जल्द से जल्द समाधान निकाला जाना चाहिए।