- प्रबंधन ने कहा-हम घोषणा करते हैं कि आज से मेडिकल चेकअप का गेट पास से किसी प्रकार का लिंक नहीं रहेगा।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) से बड़ी खबर आ रही है। क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (हिन्द मजदूर सभा) का कहना है कि सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र प्रबंधन (SAIL Bokaro STeel Plant Management) के नकारात्मक नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का रिजल्ट आ गया है।
ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: बीएसपी में सड़क हादसा, कर्मचारी आइसीयू में भर्ती
चरणबद्ध आन्दोलन के प्रथम चरण में आहुत 07 मार्च के हड़ताल के मद्देनजर लगातार तीन दिनों तक चली यूनियन एवं प्रबंधन की वार्ता में आखिरकार अधिशासी निदेशक (संकार्य) के हस्तक्षेप के बाद सहमति के साथ खत्म हुई।
वार्ता दौ दिन मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) कार्यालय पर हुई, जिसमे प्रबंधन की ओर से मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन के साथ,महाप्रबंधक प्रभारी,संकार्य (मानव संसाधन),महाप्रबंधक ठेका मजदूर प्रकोष्ठ संकार्य (मानव संसाधन), महाप्रबंधक सी एण्ड आई. टी,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, बोकारो जेनरल अस्पताल, महाप्रबंधक सुरक्षा विभाग, सहायक महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध तथा वरीय प्रबंधक, औद्योगिक संबंध मौजूद रहे। वहीं, यूनियन की ओर से महामंत्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह के साथ आर.के.सिंह, रमेश राय, शशिभूषण, सुभाष चंद्र कुंभकार और विपिन कुमार सिंह शामिल रहे।
पहले दोनों दिनों की वार्ता बेनतीजा रही। अधिकारियो के सभी प्रस्ताव को यूनियन ने ठुकराते हुए कहा कि बैठक मे टालमटोल नहीं चलेगा। ठोस और निर्णायक प्रस्ताव है तो सहमति होगी। अन्यथा हड़ताल होगी। 6 मार्च को अधिशासी निदेशक (संकार्य) के नेतृत्व में प्रबंधन तथा महामन्त्री के नेतृत्व में पुनः वार्ता हुई। एक तरफ वार्ता चल रही थी तो दूसरी तरफ हड़ताल की सफलता हेतु कोक ओवन एवं धमन भट्ठी के मजदूर फ्लैग मार्च कर रहे थे।
आखिरकार 1:00 बजे दिन में वार्ता खत्म हुई। वार्ता के उपरान्त राजेंद्र सिंह ने दोनों विभागो में जाकर मजदूरो को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी एकता ने फिर जीत हासिल की है। मेडिकल चेकअप के काले कानून के आड़ में जो मजदूरों को काम से बैठाने षड्यंत्र चल रहा था, अब खत्म हो गया। ईडी वर्क्स ने साफ शब्दों में कहा है आप प्लांट चलने दीजिए, प्रबंधन की ओर से मेरा वादा है कि एक भी मजदूर मेडिकल चेकअप के कारण काम से बाहर नहीं होगा। हम घोषणा करते हैं कि आज से मेडिकल चेकअप का गेट पास से किसी प्रकार का लिंक नहीं रहेगा।
ESIC की सीमा से बाहर हो चुके मजदूरो के इलाज पर भी सहमति बन गई है। प्रबंधन ने वादा किया है कि मार्च तक अगर ESIC 21000 रुपए की सीमा को आगे नहीं बढ़ाती है तो अप्रैल से मजदूरों के इलाज की जवाबदेही बोकरो स्टील प्लांट की होगी।
वहीं, इंसेंटिव रिवार्ड स्कीम पर राजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रबंधन ने वादा किया जितना जल्द हो सकता है हम नवीकृत इंसेंटिव रिवार्ड स्कीम को लागू करेंगे। वार्ता के दौरान हीं ई.डी वर्क्स ने कमिटी से फोन से बात कर जल्द से जल्द निर्णय लेने का आदेश भी दिया।
ये खबर भी पढ़ें: दुर्ग जिले के नए कलेक्टर अभिजीत सिंह, 5 IAS का ट्रांसफर, पढ़ें डिटेल
राजेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी मुख्य तीन मांगों को प्रबंधन ने मान लिया है। साथ हीं यह भी आश्वासन दिया है हमारी अन्य मांगे जैसे ठेका मजदूरो के ग्रेच्युटी, नाइट शिफ्ट एलाउंस, ग्रेड प्रमोशन आदि पर वार्ता कर जल्द ठोस पहल करेंगे।
सभा के माध्यम से हम हड़ताल को आगे बढ़ाने की घोषणा की गई। मगर यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि जिस दिन प्रबंधन के वादे में जरा सा भेद होगा। ना चिट्ठी, ना नोटिस, उसी दिन नहीं, उसी समय प्लांट बंद होगा।