
- यह ज्योनाथपुर स्टेशन और राष्ट्रीय जलमार्ग-1 से 5.1 किमी रेलवे लाइन के जरिए पूर्वी समर्पित माल ढुलाई गलियारे के साथ निर्बाध रूप से जुड़ा होगा।
सूचनाजी न्यूज, वाराणसी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में आज राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल) और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) विकसित करना है।
ये खबर भी पढ़ें: Breaking News: ईएल इंकैशमेंट बंद नहीं, चालू है, अफवाह से बचें
वाराणसी में प्रस्तावित एमएमएलपी की मुख्य विशेषताएं
150 एकड़ में फैला यह पार्क 650 मीटर लंबे पहुंच मार्ग के जरिए एनएच7 से रणनीतिक रूप से जुड़ा हुआ है और एनएच7-एनएच2 जंक्शन से सिर्फ 1.5 किमी दूर है।
यह ज्योनाथपुर स्टेशन और राष्ट्रीय जलमार्ग-1 से 5.1 किमी रेलवे लाइन के जरिए पूर्वी समर्पित माल ढुलाई गलियारे के साथ निर्बाध रूप से जुड़ा होगा और ये लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे से 30 किमी की दूरी पर है।
यह परियोजना महत्वपूर्ण निवेश और रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, जिससे देश के रसद क्षेत्र को मजबूत मिलेगी, व्यापार दक्षता में सुधार होगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
यह पहल भारत की अपने रसद क्षेत्र को विकसित करने तथा एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता का सबूत है।