- भिलाई स्टील प्लांट में सेफ्टी को लेकर यूनियनों की अहम बैठक, सीटू ने उठाए 10 बड़े मुद्दे।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट में लगातार हो रहे हादसों पर प्रबंधन पर सवाल उठने शुरू हुए। ईडी वर्क्स राकेश कुमार ने यूनियन नेताओं की मीटिंग बुधवार को अपने आफिस में बुलाई।
सुबह 11 बजे ईडी वर्क्स कार्यालय में भिलाई स्टील प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूनियनों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में सीटू अध्यक्ष विजय जांगड़े और सहायक महासचिव टी. जोगाराव उपस्थित रहे। सीटू प्रतिनिधियों ने संयंत्र के भीतर बढ़ते जोखिमों, अव्यवस्थाओं और सुरक्षा संबंधी चुनौतियों को लेकर कई प्रमुख मुद्दे उठाए।
बैठक में सीटू ने साफ कहा कि यदि सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी गई, तो दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जाएगा। प्रबंधन से अपेक्षा जताई गई कि सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार कर तत्काल कदम उठाए जाएं।
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बैठक में सीटू की ओर से रखे गए प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं
1. विभागवार सेफ्टी कमेटियों के गठन की मांग:
सीटू ने कहा कि विभिन्न विभागों में अलग-अलग सेफ्टी कमेटियों का गठन तुरंत किया जाए, ताकि सुरक्षा की जवाबदेही स्पष्ट हो सके।
2. सेफ्टी स्टुअर्ट की बहाली की मांग:
विभागों में सेफ्टी स्टुअर्ट को हटाए जाने के बाद सुरक्षा कमजोर हुई है। सीटू ने फिर से स्टुअर्ट नियुक्त करने की मांग उठाई।
3. पीपी यार्ड रोड की खराब स्थिति पर चिंता
पीपी यार्ड जाने वाली सड़क लंबे समय से खराब है। इसे तुरंत दुरुस्त करने की मांग की गई।
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4. वायर रोड मिल शिपिंग एरिया में खतरा बरकरार
31 जनवरी की दुर्घटना में एक ठेका कर्मी की मौत के बाद भी बिना फियूल वाले सीलिंग का इस्तेमाल कर लोडिंग किया जा रहा है। सीटू ने इसे गंभीर लापरवाही बताया और तुरंत सुधार की मांग की।

5. खुर्सीपार गेट पर लोको मूवमेंट से बढ़ता खतरा
लोको मूवमेंट बायोमेट्रिक टाइमिंग के दौरान ही चलता है, जिससे कर्मचारियों में हड़बड़ी बढ़ती है और दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस पर नियंत्रण की मांग की गई।
6. मेन गेट पर एक ही गेट खुलने से लंबी कतारें
कई बार शिकायत के बावजूद सिर्फ एक गेट खुल रहा है। कर्मचारियों को रोजाना परेशानी हो रही है।
7. संयंत्र के भीतर सड़क दुर्घटनाओं में मदद करने वालों को प्रोत्साहन की जरूरत
दुर्घटना होने पर संयंत्र के भीतर खासकर सड़क दुर्घटना होने पर लोग मदद नहीं करते हैं। लेकिन कई बार हिम्मत कर उन्हें अस्पताल ले जाने में देरी होती है, उसके निराकरण के लिए जो उन्हें मेन मेडिकल पोस्ट पहुंचाते हैं, उन्हें मोटिवेट किया जाए। जिस तरह से पुलिस विभाग में किया जाता है।
अक्सर दुर्घटना होने पर लोग डर की वजह से मदद नहीं करते। सीटू ने प्रस्ताव दिया कि जो भी घायल को मेडिकल पोस्ट तक ले जाए, उसे पुलिस विभाग की तरह प्रोत्साहन/सम्मान दिया जाए।
8. बोरिया गेट के सामने खड़ी ट्रॉली से खतरा
कई दिनों से ट्रॉली खड़ी है जिसे नहीं हटाया जा रहा। किसी भी समय दुर्घटना हो सकती है।
9. ड्यूटी समय सीमा में बदलाव का विरोध
ड्यूटी से एक घंटा पहले व एक घंटा बाद की समय सीमा घटाकर आधा घंटा कर दी गई थी। सीटू ने इसे गलत बताते हुए पुराने नियम बहाल करने की मांग की।
10. 12 अगस्त 2024 की सुरक्षा संबंधी चिट्ठी पर कार्रवाई की मांग
सीटू ने कहा कि पिछले वर्ष सुरक्षा पर दिए गए विस्तृत पत्र को अब तक गंभीरता से नहीं लिया गया है। उसमें दिए गए बिंदुओं पर तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।












