स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक में यूनियन नेताओं व श्रमिकों ने एचएससीएल प्रबंधन पर उठाए सवाल।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक में एक बार फिर एचएससीएल का मुद्दा छाया रहा। अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में एचएससीएल के माध्यम से कार्य किए ठेका श्रमिकों का अंतिम भुगतान की राशि एचएससीएल प्रबंधन के पास करोड़ों रुपए जमा है, उसके पश्चात भी एचएससीएल प्रबंधन ठेका श्रमिकों का अंतिम भुगतान नहीं कर रहा है।
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इससे ठेका श्रमिकों में आक्रोश है। इस विषय एचएससीएल प्रबंधन एवं भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से चर्चा की जा रही है। लेकिन एचएससीएल प्रबंधन श्रमिकों के अंतिम भुगतान का करोड़ों रुपए अपने अकाउंट में रखकर श्रमिकों को अंतिम भुगतान करने में अवरोध लगाकर रखा है, जबकि अंतिम भुगतान की पूरी जवाबदारी एचएससीएल प्रबंधन की है।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन करें हस्तक्षेप
इस दौरान श्रमिक नेताओं ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र अपने उत्पादन और उत्पादकता एवं लाभार्जन को बढ़ाने के लिए एचएससीएल के माध्यम से ठेका श्रमिकों से कार्य करवाता था। और राशि की भुगतान एचएससीएल प्रबंधन को करता था। लेकिन कार्यरत ठेका श्रमिकों का अंतिम भुगतान नहीं होने पर भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को लेबर सप्लाई के रूप में एचएससीएल के माध्यम 15 वर्षों से से कार्य कर रहे ठेका श्रमिकों के अंतिम भुगतान के मामले में भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को हस्तक्षेप करना चाहिए। इस विषय पर भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के निदेशक प्रभारी को स्टील ठेका श्रमिक यूनियन के द्वारा पत्र लिखकर अंतिम भुगतान करवाने के लिए निवेदन करेगा।
एचएससीएल प्रबंधन नहीं चाहता कि ठेका श्रमिकों का करोड़ों रुपए का अंतिम भुगतान हो
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के प्रतिनिधि मंडल ने एचएससीएल कांट्रेक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारियों से अंतिम भुगतान के विषय पर चर्चा की। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि हम श्रमिकों का अंतिम भुगतान सीधा उसके खाते में करवाना चाहते हैं।
परंतु एचएससीएल प्रबंधन हमारे खाते के माध्यम से ठेका श्रमिकों का अंतिम भुगतान करना चाहता है। एसोसिएशन के पदाधिकारी का कहना है कि हमारे खाते से अंतिम भुगतान करने पर हमें जीएसटी एवं टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा, जिसकी भरपाई कौन करेगा। इसलिए एचएससीएल प्रबंधन सीधा श्रमिकों के खाते में उनका अंतिम भुगतान करें एवं ठेका श्रमिकों का पूरा विवरण एचएससीएल प्रबंधन के पास जमा है।
कार्यकारिणी के बैठक में ठेका श्रमिकों ने कहा कि हम लोग 10-15 सालों से भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए कार्य किए हैं। बीएसपी प्रबंधन की भी इसमें जवाबदेही बनती है। अगर अंतिम भुगतान की कार्यवाही एचएससीएल प्रबंधन जल्दी प्रारंभ नहीं करती है तो एचएससीएल प्रबंधन का घेराव किया जाएगा।
इसकी शिकायत भारत सरकार के वित्तीय जांच एजेंसी एवं एवं संबंधित मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में करेगी। श्रमिकों के अंतिम भुगतान का पैसा कैसे एचएससीएल प्रबंधन अपने अकाउंट में रख सकती है और उस पर ब्याज कैसे ले सकती है।
बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, के राजशेखर, आर दिनेश, गुलाब दास, सुरेश कुमार, मनोहर लाल, गुरुदेव साहू, जसवीर सिंह, डीपी खरे, संतोष ठाकुर, जयराम ध्रुव, जयकुमार, इंद्रमणि, कान्हा, नारायण, दामन ,बलराम वर्मा, नवीन कुमार एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।