SAIL ISP अस्पताल में बच्चे की मौत: पक्ष में नहीं आई जांच रिपोर्ट तो कर्मचारी करेंगे टूल डाउन

  • इस्को बर्नपुर स्टील प्लांट के कांटीनुअस कास्टिंग प्लांट के क्रेन ऑपरेटर नितेश कुमार सिंह के एक दिन के बच्चे की मौत पर गरमाया मामला।

सूचनाजी न्यूज, बर्नपुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited)-सेल (SAIL) के इस्को बर्नपुर स्टील प्लांट (IISCO Burnpur Steel Plant) के अस्पताल में एक दिन के बच्चे की मौत का मामला तूल पकड़ चुका है। रविवार की रात 9.30 बजे प्रबंधन ने जैसे-तैसे पीड़ित परिवार सहित आक्रोशित कर्मचारियों को शांत कराया। रात में ही चार सदस्सीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। यह कमेटी सोमवार शाम 6 बजे तक अपनी रिपोर्ट देगी।

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डीआइसी कार्यालय (DIC Office) के बाहर प्रदर्शन में शामिल IISCO Burnpur Steel Plant के कर्मचारियों ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि अगर, जांच रिपोर्ट में हेराफेरी की गई। न्याय संगत रिपोर्ट नहीं आई तो कर्मचारी एकजुट होकर बर्नपुर स्टील प्लांट में टूल डाउन कर देंगे। कामकाज ठप करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

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SAIL ISP बर्नपुर अस्तपाल में लगातार केस बिगड़ने के मामले सामने आ रहे हैं। डाक्टरों और प्राइवेट अस्पताल और लैब (Private Hospital and Lab) के रिश्ते को लेकर भी कर्मचारियों में खासा नाराजगी है। आक्रोश इतना बढ़ चुका है कि अब कोई शांत बैठने को राजी नहीं हो रहा है।

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यही वजह है कि रविवार को करीब 400 से ज्यादा कर्मचारियों (Employees) ने डीआइसी परिसर (DIC Office) को ही घेरा लिया था। सेल आइएसपी अस्पताल (SAIL ISP Hospital) पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रात तक बवाल काटा था।

जांच कमेटी में जीएम पर्सनल सब्यसांची दत्ता, बर्नपुर हॉस्पिटल (Burnpur Hospital) की सीएमओ डाक्टर मित्रा, डाक्टर बिश्वरूप मुखर्जी और डाक्टर यूसी दास शामिल हैं। एक दिन में ही जांच कर डीआइसी (DIC) को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। संबंधित चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ का बयान अस्पताल में नहीं बल्कि डीआइसी कार्यालय में होगा।

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आक्रोशित कर्मचारियों की तरफ से कुछ चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। 2014 में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया था। एक अधिकारी के बच्चे की मौत पर हंगामा हुआ था। तोड़फोड़ हुई थी। 2019 में भी कर्मी की पत्नी और बच्चे की मौत हो चुकी है। बर्नपुर में 4000 इम्प्लाइज है। अधिकतर की उम्र 30 से 45 साल है। जो डाक्टर ईमानदारी से काम करते हैं, उन्हें टिकने नहीं देने का आरोप भी लगाया जा रहा है।

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इस्को बर्नपुर अस्तपाल का यह है मामला

आइएसपी (ISP) के कांटीनुअस कास्टिंग प्लांट के क्रेन ऑपरेटर नितेश कुमार सिंह की पत्नी दीक्षा का ऑपरेशन (Operation ) कर शनिवार को एक बच्चे का जन्म कराया गया। परिवार का कहना है कि 8 माह का ही गर्भ था। डिलेवरी के समय बच्चा नीला पड़ चुका था। वह रो नहीं रहा था। दोपहर 1 बजे तक रोया नहीं। डाक्टर को बुलाया जा रहा था, कोई नहीं आया। शाम 6 बजे डाक्टर आए। इसके बाद बच्चे को एनआइसीयू (NICU) में ले गए। रविवार सुबह 9 बजे बच्चा सांस नहीं ले रहा था। इसके बाद इसे प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। इसी बात को लेकर बर्नपुर के कर्मचारियों ने डीआइसी कार्यालय का घेराव किया था।  

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