- PF का पैसा शेयर और SIP में इंवेस्ट करने का मामला भी उछला।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) एक अजीब सी विडंबना का रूप ले चुकी है। पेंशनभोगी लगातार ईपीएफओ (EPFO) और मोदी सरकार पर सवालों की बौछार कर रहे हैं। आखिरकार न्यूनतम पेंशन 7500 का लाभ कब से मिलेगी, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।
ईपीएस 95 राष्ट्रीय पेंशन संघर्ष समिति रायपुर (EPS 95 National Pension Sangharsh Samiti Raipur) के अध्यक्ष पेंशनभोगी Anil Kumar Namdeo का कहना है कि एक विडंबना पेंशनरों के किस्मत के साथ है। लोग कहते हैं कि वो भारत में सबसे बेकार संस्थान है।
लेकिन लोग ये भी कहते हैं कि वो सरकार के लिए सबसे बड़ा कमाऊ पुत्र है,जिसने बिना बैंक से लोन लिए,बिना अपनी कोई पूंजी लगाए,सरकार से एक पैसे का अनुदान लिए बिना, वो इतना बड़ा लाभ पहुंचाने वाला संस्थान बन गया है कि उसने अब बड़े-बड़े डूबते हुए उद्योगों को बिना व्याज लाखों की रकम प्रदान करने की क्षमता भी हासिल कर ली है।
लाखों कर्मचारियों के वेतन से हर माह नियमित रूप से अरबों रुपये की पेंशन योजना में आती है, उससे भी इन्वेस्ट कर अरबों करोड़ों का लाभ उपजाया जाता है,पर पेंशनरों को 1000 की पेंशन में थोड़ी सी रकम बढ़ा कर देने के लिए कहते हैं इनके पास पैसा है ही नहीं।
भविष्य निधि में जमा रकम कर्मचारियों को सेवानिवृत्त जीवन में राहत पहुंचाने के लिए रखी गई थी, पर किस का भविष्य संवारा जाएगा। किसी को कोई अंदाजा न था।
उत्तर प्रदेश का एक केस आज भी याद है
पेंशनभोगी Ram Prasad ने कहा-एक समय आया था कि पूरे UP.Electric डिपार्टमेंट में PF का पैसा शेयर और Sip में लगा दिया था। पेंशन देते समय पता लगा कि फंड में रुपए है ही नहीं। आज कई ऑफिसर कारागार में हैं। यहां भी कुछ ऐसा ही लग रहा है।
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दीपावली भी खत्म हो गई, अब तो कुछ करे सरकार
पेंशनभोगी ब्रह्माजी राव वसंतराव लिखते हैं कि दीपावली भी खत्म हो गई। सरकार वास्तव में क्या है। ईपीएस 95 वृद्ध लोगों की मदद करना चाहती है। सरकार, पेंशन में वृद्धि करने के लिए सबसे अधिक इच्छुक है, इसके बारे में बिल्कु
ल भी नहीं चिल्ला रही है। हे भगवान कृपया हमारी मदद करें। पेंशन एक ओएसिस बन गई है।
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