- 17 सिस्टम है। एक से 2 घंटे तक सिस्टम पर बैठकर पढ़ाई का मौका दिया जाता है। 10 लाख डिजिटल बुक है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। एजुकेशन हब भिलाई की पहचान प्रशासनिक अधिकारियों के रूप में भी आने वाले समय में होने जा रही है। खुर्सीपार की डिजिटल लाइब्रेरी यह क्रांति लाने जा रही है। पिछड़े इलाके में शुमार खुर्सीपार में इस वक्त बैंकिंग, एसएससी, रेलवे, यूपीएससी, सीए की तैयारी करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
खुर्सीपार में खुली डिजिटल लाइब्रेरी इतनी फेमस हो चुकी है कि रायपुर से भी बच्चे यहीं आ रही तैयारी करने। प्रशासनिक अधिकारी बनने का ख्वाब डिजिटल लाइब्रेरी की मदद से पूरा करने वालों का जोश हाई है।
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ऑनलाइन क्लास हो या ऑफलाइन। छात्र-छात्राओं को बेहतर माहौल मिल रहा है। सीसीटीवी कैमरे की नजरों में यहां पढ़ाई हो रही है। गार्जियन के चेहरे पर इस बात की खुशी है कि उनके बच्चे अब खुर्सीपार से बाहर कहीं पढ़ाई के लिए नहीं भटक रहे हैं।
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भिलाई-3, सुपेला, देवबलौदा, कुम्हारी, रायपुर, नेहरूनगर तक के बच्चे यहां पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। छात्र-छात्राओं ने बताया कि यहां सबसे अच्छी बात यह है कि उन्हें 1000-1200 रुपए तक की सीधी बचत हो रही है।
कहीं किसी लाइब्रेरी में जाना होता तो, वहां फीस के रूप में भुगतान करना पड़ता, लेकिन खुर्सीपार लाइब्रेरी में सबकुछ फ्री है। बता दें कि पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) व विधायक देवेंद्र यादव (MLA Devendra Yadav) ने इसका उद्घाटन किया था।
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लाइब्रेरी के इंचार्ज सुदर्शन ने बताया कि हर दिन करीब 200 छात्र-छात्राएं यहां आते हैं। 1000 ने रजिस्ट्रेशन कराया है। 17 सिस्टम है। एक से 2 घंटे तक सिस्टम पर बैठकर पढ़ाई का मौका दिया जाता है। 10 लाख डिजिटल बुक है। साथ ही ऑनलाइन क्लास करने वालों को यहां सिस्टम मिलता है, जिससे वे पढ़ाई कर रहे हैं।