- मजदूर बोले-पूरा वेतन नहीं मिलता है तथा ठेकेदार व प्रबंधन द्वारा मिलकर वेतन के रूप में मिलने वाले पैसे का लूट किया जाता है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के ओर हैंडलिंग प्लांट (ORE handling Plant) के लगभग 70 ठेका मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर पूर्णतः कार्य बंद कर दिया। ये सभी मजदूर मैकेनिकल विभाग में लंबे समय से कार्यरत हैं और इनके बगैर विभाग में कार्य पूर्ण हो पाना मुश्किल है। यह सभी मजदूर ठेकेदार द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ एकजुट हो काम बंद कर अपना विरोध प्रबंधन के सामने जताया है।
मजदूरों का कहना है कि इन्हें पूरा वेतन नहीं मिलता है तथा ठेकेदार व प्रबंधन द्वारा मिलकर वेतन के रूप में मिलने वाले पैसे का लूट किया जाता है। अपने लिए न्यूनतम मजदूरी दिलाने की मांग ठेका कर्मियों ने लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन (लोइमू यूनियन) के समक्ष रखा।
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तत्पश्चात यूनियन के पदाधिकारियों ने आईआर विभाग में इसकी शिकायत की। फलस्वरूप ओएचपी विभागाध्यक्ष, औद्योगिक संबंध विभाग के प्रभारी व लोकतांत्रिक इस्पात एवं मजदूर यूनियन (लोईमू) के बीच इनके गंभीर मांगों पर चर्चा हुई है। जहां प्रबंधन के अधिकारियों ने 1 सप्ताह में इसे लागू कर समस्या का समाधान निकालने की बात कही है।
यूनियन महासचिव राजेंद्र सिंह परगनिहा का कहना है कि आज जिस तरह ठेका कर्मियों के द्वारा अपनी शोषण के खिलाफ एकजुट हो काम बंद किया गया है और स्थाई कर्मचारियों की कमी होने के कारण काम प्रभावित रहा है। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए लोकतांत्रिक इस्पात एवं मजदूर यूनियन सदैव ही बीएसपी प्रबंधन को आगाह करती रही है कि ठेका कर्मचारियों के शोषण को बंद किया जाए और स्थाई कर्मचारियों की भर्ती नियमित रूप से की जाए।
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अन्यथा यह शोषणकारी ठेका प्रथा कभी भी भिलाई इस्पात संयंत्र के उत्पादन को ठप कर सकती है। अतः प्रबंधन ऐसी व्यवस्था अपनाएं जिससे प्लांट में काम करने वाले ठेका मजदूरों का शोषण बंद हो और नियमित कर्मचारियों की भर्ती की जा सके है।