बोकारो स्टील प्लांट: जनवृत 3 क्लब को चमकाने में अब तक 1 करोड़ 17 लाख खर्च, कर्मचारियों के लिए सुविधा भी नहीं

Bokaro Steel Plant 1 Crore Spent so far on the Renovation of Janvrit 3 Club, but no Facilities for Employees
  • बीएकेएस अध्यक्ष हरिओम ने आरटीआई से मांगी जानकारी। क्लब में कैंटीन की व्यवस्था भी नहीं हुई है।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। आरटीआई के माध्यम से बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन ने जानकारी दी है कि गैर कार्यपालक कर्मचारियों के लिए बने सेक्टर 3 क्लब के लिए निर्मित दो वुडन बैडमिंटन कोर्ट के निर्माण में 1 करोड़ 17 लाख 61 हजार 42 रुपया खर्च किया गया है। परंतु, क्लब न तो अभी तक चालू हुआ है। न ही कर्मचारी सदस्य बने है, जबकि इतने भारी रकम खर्च के बाद वह क्लब बोकारो का सबसे बेहतर क्लब होता।

क्लब में न तो बैठने के लिए टेबल कुर्सी है, न ही इंडोर गेम की समुचित व्यवस्था है। बाहर के लॉन की चारदीवारी भी कम ऊंचाई की है,जिसके ग्राउण्ड में मिट्टी भरी हुई है। पीछे का वॉलीबाल कोर्ट भी विरान पड़ा हुआ है।

क्लब में कैंटीन की व्यवस्था भी नहीं हुई है। साथ ही क्लब में मनोरंजन के लिए अन्य इनडोर गेम की भी व्यवस्था सुचारू नहीं है। क्लब में जिम तथा योगा सेंटर भी उपयोग में नहीं है। क्लब के बाहर सौंदर्यीकरण भी नहीं किया गया है। बाहर के ग्राउण्ड में सजावटी पौधे, प्रकाश आदि की भी व्यवस्था नहीं है।

इसके अलावा क्लब मे स्थाई तौर पर 24 घंटे सुरक्षा गार्ड के लिए सिर्फ एक होम गार्ड की नियुक्ति हुई है, जबकि तत्कालीन निदेशक प्रभारी तथा वर्तमान चेयरमैन ने क्लब के सौंदर्यीकरण की आधारशीला 01 जून 2023 को रखी थी। जबकि आरटीआई के माध्यम से दी गई जानकारी में यह बताया गया है कि क्लब का जीर्णोद्धार 16 सितम्बर 2023 को पूरा कर लिया गया है।

प्रबंधन पर अध्यक्ष ने लगाए भेदभाव के आरोप

सेल तथा बोकारो इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा केवल 1700 अधिकारी वर्ग की सुविधा का ही ख्याल रखा जा रहा है। इसको अधिकारी वर्ग के लिए दो दो क्लबो की स्थापना से भी देख कर समझा जा सकता है। सीजीएम और उससे ऊपर के अधिकारी वर्ग अपने तथा अपने परिवार के मनोरंजन के लिए एक विश्वस्तरीय रसियन क्लब को सेक्टर 4 मे शुरू करवाए हैं।

नीचे के अधिकारी वर्ग के लिए पहले से ही जनवृत 5 में सुसज्जित क्लब संचालित है। 7000 कर्मचारी अपने निजी खर्च पर होटल तथा अन्य जगहों पर जा रहे हैं।

हरिओम-अध्यक्ष , बीएकेएस बोकारो