Breaking News: कांग्रेस के आंगन से बाहर निकलीं तुलसी, इस्तीफा

  • लगातार पार्टी से टिकट की मांग करने के बावजूद आज तक टिकट न मिलने से तुलसी साहू नाराज। प्रदेश अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कांग्रेस की पूर्व जिला अध्यक्ष तुलसी साहू (Former District President Tulsi Sahu) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सांसद व प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व समस्त पदों से त्याग पत्र देने से हड़कंप मच गया है।

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तुलसी साहू का कहपा है कि मै विगत 32 वर्षों से कांग्रेस पार्टी (Congress Party) में कार्यकर्ता के रूप निरंतर कार्य कर रही हूं। पार्टी के द्वारा दिये गये दायित्वों का निर्वहन करते हुए महिला कांग्रेस, जिला कांग्रेस एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कमेटी (District Congress and Chhattisgarh State Committee) में विभिन्न पदों पर काम किया।

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प्रदेश कांग्रेस कमेटी (State Congress Committee) की सचिव व बेमेतरा प्रभारी होते हुए लगातार क्षेत्रों का दौरा किया उसके पश्चात् जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण की अध्यक्ष पद के दायित्व का निर्वहन करते हुए वर्ष 2018 में भूपेश बघेल के नेतृत्व में दुर्ग जिला के 6 विधानसभा सीटों पर विजय प्राप्त हुई।

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तुलसी साहू ने कहा-छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार (Govt of Congress) बनी। उसके पश्चात मुझे नवगठित भिलाई जिला कांग्रेस कमेटी (Newly formed Bhilai District Congress Committee) के अध्यक्ष पद के दायित्व दिया गया, जिसका सक्रियता से निर्वहन करते हुए, कोरोना महामारी में मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए फंड की व्यवस्था, सुखा राशन व भोजन वितरण, अस्पतालो में मरीजों कि सेवा, सरकार के निर्देशानुसार किया।

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शिविर लगवाकर वैक्सीनेशन (Vaccination) एवं अप्रवासी मजदुरों की भोजन व्यवस्था कार्यकताओं के सहयोग से निरंतर मानव सेवा का कार्य किया। नगर पालिक निगम भिलाई का गठन के पश्चात वर्ष 2000 में चुनाव होने पर महापौर पद ओ. बी. सी. महिला हेतु मेरा नाम को कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रमुखता से रखा गया, किन्तु जब प्रत्याशी की घोषणा हुई मेरा नाम हटा दिया गया।

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इसी तरह वर्ष 2005 एवं 2010 में मेरा नाम फिर से प्रमुखता से जिला एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा दिया गया, लेकिन उस समय मेरे नाम के स्थान पर एक गृहणी महिला निर्मला यादव को महापौर प्रत्याशी बनाया गया जो वर्तमान भा.ज.पा की कार्यकर्ता हैं।

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इसी प्रकार वर्ष 2018 के वैशालीनगर विधानसभा में मुझे विधायक प्रत्याशी का नामांकन फार्म भराया गया, और शाम 3 बजे के बाद डीबी कुरैशी के नाम की घोषणा हो गयी।

नाम काटे जाने के बाद भी मैने पूरे दिल से चुनाव का संचालन किया और दुर्ग जिला में 6 सीटों पर भारी मतो से विजय हुए।

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इसी प्रकार वर्ष 2022 में मेरा नाम राज्य सभा सांसद के लिए भेजा गया मुझे यह जानकारी मीडिया के माध्यम से पता चला उस समय चार धाम की यात्रा में थी। मुझे सह प्रभारी चंदन यादव के द्वारा फोन पर बायोडाटा मांगा गया, उसके पश्चात तत्कालीक प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के द्वारा मुझे चारधाम यात्रा से वापस बुलाया गया।

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तुलसी साहू ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि वर्ष 2000 से 2022 तक मुझे हमेशा आश्वासन मिलता रहा और मैं संगठन के द्वारा दिए गये दायित्वों का निर्वहन करती रही। वर्ष 1999 से मेरे पति कैंसर पीड़ित रहे, जिनकी 2008 में मृत्यु हुई। इस कठिन समय के दौरान भी मैनें कांग्रेस पार्टी के द्वारा दिये गये दायित्वों का निर्वहन किया। पति कि मृत्यु के पश्चात जिला एवं सत्र न्यायालय दुर्ग मे अधिवक्ता के रूप में कार्य करते हुए एक पुत्री के साथ जीवन निर्वाह करते हुए पार्टी का सच्चे सिपाही की तरह आज तक निरंतर कार्य कर रही हूं।

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परन्तु पार्टी के प्रति समर्पण एवं निष्ठा का कोई मोल मौजूदा दौर में नहीं हो रहा है और पार्टी निष्ठा के बजाए व्यक्ति निष्ठा को अधिक महत्व दे रही है। मुझे आत्म सम्मान से जीवन जीने और जनसेवा करने में अधिक विश्वास है। पार्टी द्वारा लगातार मेरी भावनाओं के साथ छल किया गया।

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2023 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में कार्यकार्ता के भावनाओं के अनुरूप मैनें 66 वैशालीनगर विधान सभा से दावेदारी की थी, अंतिम समय तक में दौड़ में शामिल रही एवं सर्वे मे भी नाम होने के बावजूद षड़यंत्र पूर्वक रिश्तेदारों और जिन्हें पूर्व से निगम मंडल व संगठन में स्थान दिया गया हैंश् उन्हें ही मैदान में उतार दिया, जिससे मैं और पार्टी के उन सभी कार्यकार्ता साथी को जो बिना बैक सपोर्ट के पार्टी में लम्बे समय से जुड़े हैं, उनमें असंतोष की भावना पैदा हुई हैं। और मैं भी पार्टी की कार्यकर्ता हूं, अध्यक्ष जी ऐसी स्थिति में मेरा पार्टी में बने रहना असंभव हो गया है।

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