- लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन लोईमू ने इस्पात मंत्रालय और सेल प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन लोईमू की बैठक में सेक्टर 9 अस्पताल के निजीकरण का मुद्दा छाया रहा। प्रबंधन एवं सरकार की नीतियों की निंदा की गई।
यूनियन ने कहा-प्रबंधन बाहरी एजेंसी को बुलाकर श्रमिकों की मूलभूत सुविधाओं को काटने पर तुली है। सरकार एवं प्रबंधन की नीतियों के कारण ही धीरे-धीरे भिलाई इस्पात संयंत्र में 70% कार्य ठेके एवं आउटसोर्सिंग के द्वारा किया जा रहा है। जहां एक तरफ लगभग नई भर्ती बंद कर दी गई है।
संयंत्र में एक समय में 66000 से ज्यादा नियमित कार्मिक कार्यरत थे। अब घटकर 12000 रह गए हैं। और ठेका मजदूरों की संख्या बढ़कर 28000 से ज्यादा हो गई है। जहां ठेका मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही है।
जहां नियमित श्रमिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आवास निशुल्क मिलने का अधिकार प्राप्त है। उसे वह खत्म कर रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र में पहले 78 स्कूल प्रबंधन के द्वारा चलाए जा रहे थे। अब उनकी संख्या घटकर मात्र 6 रह गई है।
पहले हर सेक्टर में एक अस्पताल होता था। अब सेक्टर 1 और सेक्टर 9 के अलावा सब अस्पताल प्राय बंद हो गए हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में आवासों की संख्या 35915 लगभग थी। लीज , लाइसेंस, डैमेज क्वार्टर, थर्ड पार्टी के बाद प्रबंधन के पास कितने क्वार्टर है, यह भी बताने के लिए प्रबंधन असमर्थ है।
ऐसी स्थिति में लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन ने निर्णय लिया है कि 19 नवंबर 2025 को यूनियन धरना प्रदर्शन करते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के माध्यम से समस्त मुद्दों को लेकर इस्पात सचिव को एक ज्ञापन देगी।












