- छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग के अंतर्गत राज्य का पहला विधानसभा इलाका नंबर-एक भरतपुर-सोनहट का आधा भाग कोरिया जिला और आधा हिस्सा मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के अंतर्गत आता हैं।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कल यानी 17 नवंबर को विधानसभा के चुनाव संपन्न हो चुके है। सात नवंबर और 17 नवंबर को प्रदेश में दो चरण में विधानसभा के चुनाव हुए है। लेकिन हम आपको कुछ ऐसे पोलिंग बूथों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सौ फीसदी वोटिंग हुई। यहां सौ फीसदी वोटिंग पहली बार नहीं हुई, बल्कि हर बार का रिकॉर्ड है। यहां के मतदाताओं ने शत-प्रतिशत मतदान करके लोकतंत्र के महापर्व में अपनी पूर्ण आहुति दी है।
यहां करीब पंद्रह साल पहले केवल 2 ही वोटर्स पति और पत्नी थे। इन दो वोटर्स के लिए निर्वाचन आयोग ने पहली दफा पोलिंग बूथ बनाए थे। तब यह पोलिंग बूथ पूरे भारत में काफी चर्चाओं में था।
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छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग के अंतर्गत राज्य का पहला विधानसभा इलाका नंबर-एक भरतपुर-सोनहट का आधा भाग कोरिया जिला और आधा हिस्सा मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले के अंतर्गत आता हैं। भरतपुर-सोनहट विधानसभा क्षेत्र का एक पोलिंग बूथ शेराडांड हैं। यहां केवल पांच वोटर है। इन पांच वोटर्स में दो महिलाएं और तीन पुरुष है।
यह वहीं पोलिंग बूथ है जहां करीब पंद्रह साल पहले 02 ही वोटर्स थे। इन दोनों वोटर्स पति और पत्नी के लिए निर्वाचन विभाग ने वोटिंग सेंटर को आकार दिया था। तब यह पोलिंग स्टेशन भारत में खूब चर्चाएं बंटोरा था। अब परिवार का कुनबा बढ़ गया है। परिवार में अब वोटर्स का आंकड़ा बढ़कर पांच हो चुका हैं।
शेराडांड में एकमात्र यह परिवार घोर जंगलों के बीच रहता हैं। यहां किसी तरह की सरकारी बिल्डिंग मौजूद नहीं हैं। इसके चलते प्रशासन द्वारा चुनावी प्रक्रिया पूरी कराने के लिए झोपड़ी तैयार की जाती हैं, जहां वोटिंग होती है। यहां तक पहुंचने के लिए वोटिंग एजेंट्स को ट्रैक्टर से आना और फिर जाना पड़ता है।
सरगुजा संभाग के अंतर्गत भरतपुर-सोनहट विधानसभा इलाके के पोलिंग बूथ नंबर-139 सेंटर कांटो में केवल 12 वोटर्स है। इन 12 वोटर्स में से पांच महिलाएं है और सात पुरुष है। यहां अभी तक आवाजाही के लिए रोड नहीं है। जब से सेराडांड में पोलिंग बूथ बना हैं, तब से यहां सौ फीसदी वोटिंग हर लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में होता आ रहा है, जो एक रिकॉर्डेड आंकड़ा है।
वोटर्स को दूर जाने के बजाए गांव में ही मतदान की सुविधा मिले इस लिहाज से प्रशासन द्वारा पोलिंग बूथ बनाया गया था। शेराडांड के पांच वोटर्स के मताधिकारी के लिए चार सदस्यों वाला मतदान दल वहां तैनात था।
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कांटों में नहीं है रोड
भरतपुर-सोनहट विधानसभा सीमांतर्गत कई पोलिंग सेंटर ऐसे है, जहां दो दर्जन से भी कम वोटर्स है। इनमें एक पोलिंग सेंटर में तो सिर्फ 12 तो दूसरे पोलिंग सेंटर में केवल 23 वोटर्स है। कांटो में तो केवल 12 वोटर्स है। रेवला में 23 वोटर्स में नौ महिलाएं और 14 पुरुष वोटर्स की संख्या है।
कांटो और रेवला ऐसे गांवों में एक हैं जहां केवल ट्रैक्टर से ही आवाजाही की जा सकती है। दोनों ही स्थानों पर पहुंचने के लिए रोड की बुनियादी सुविधा आज तक आकार नहीं ले पाई है। तीनों स्थानों पर सौ-सौ फीसदी वोटिंग की जानकारी प्राप्त हुई है, जो रिकॉर्ड है।