- भारी बारिश के बीच दुर्ग में पिछले सात दिन से जल संकट बरकरार है।
सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। दुर्ग शहर पिछले सात दिन से प्यासा है। शहर में व्याप्त भीषण जल संकट को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया। पार्षदों ने दुर्ग नगर निगम के कमिश्नर को खरी-खरी सुनाया। मांग पत्र सौंपकर तीन दिन की मोहलत दी गई है। सुचारू रूप से व्यवस्थाएं बहाल नहीं होने पर साफ शब्दों में कहा गया है कि अगली बार तो हम आएंगे ही लेकिन साथ में दुर्ग की नाराज जनता भी आएगी।
भारी बारिश के बीच दुर्ग में पिछले सात दिन से जल संकट बरकरार है। भयंकर बारिश और बाढ़ के हालात में हलाकान शहरवासी पेयजल की समस्या से जूझ रहे है। दुर्ग की कई कॉलोनियों से लेकर मोहल्लों, बस्तियों तक में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
आज सुबह-सुबह BJP पार्षदों ने निगम कार्यालय में मोर्चा खोल दिया। कमिश्नर ऑफिसर के पोर्च में बैठकर नारेबाजी कर रहे BJP पार्षदों से मिलने आयुक्त लोकेश चंद्राकर पहुंचे। ज्ञापन देने से पहले BJP पार्षदों ने कमिश्नर को खरी-खोटी सुनाया। जल संकट और बंद स्ट्रीट लाइटें, राशन कार्ड में पेंच आदि जनहित के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। पार्षदों द्वारा तीन दिन के भीतर जलसंकट से शहर को राहत दिलाने वक्त दिया गया है।
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व्यवस्थाएं बहाल नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। कमिश्नर ने BJP पार्षदों को आश्वासन देते हुए कहा कि जलापूर्ति एक दिन में सामान्य हो जाएगा। जबकि शेष मुद्दे को भी जल्द निराकृत कर लिया जाएगा।
इसलिए होता है जलसंकट
दरअसल, बीते कुछ दिनों से दुर्ग और आसपास के इलाकों में जबरदस्त बारिश हो रही है। बारिश के कारण शिवनाथ नदी का जल स्तर बढ़ गया है। तटीय गांवों में सतर्कता बरतने लगातार चेतावनी दी जा रही है। जबकि गर्मी की तरह भरे बारिश में जलसंकट लोगों के समझ से परे है। लेकिन शिवनाथ में स्थापित इंटकवेल से 24 MLD और 42 MLD पंप हाउस से पानी खींचा जाता है।
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लेकिन बारिश के कारण पुलगांव नाले में जलकुंभी और झिल्ली-पन्नी (प्लास्टिक) के बाढ़ में बहने के कारण बार-बार सायफन में कचरा जमा हो जाता हैं। इसके कारण फिल्टर प्लांट तक पानी नहीं पहुंच पा रहा, जिससे शहर की बड़ी टंकियों में पानी नहीं पहुंच पाता, जहां से शहर भर में जलापूर्ति होती है।
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हर साल होती है समस्या
बारिश में हर बार यहीं स्थिति निर्मित होती है। लेकिन निगम के उदासीन अफसर बारिश से पूर्व आगामी आने वाली चुनौतियों के लिए सजग ही नहीं रहते। भीषण जलसंकट से शहर को उबारने किसी भी तरह की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती। कुछेक इलाकों में टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया जाता है लेकिन यह शहर में व्याप्त जलसंकट के लिए अपर्याप्त है। पीने के लिए टैंकर के पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
BJP के इन दिग्गजों ने घेरा
ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर भाजपा पार्षदों ने जमकर प्रदर्शन किया। महापौर धीरज बाकलीवाल, निगम प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई। निगम के वरिष्ठ पार्षद और नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने कमिश्नर लोकेश चंद्राकर से कहा कि महापौर विहीन है दुर्ग नगर निगम।
अजय वर्मा ने कहा कि महापौर गहरी नींद में चूर है, इसलिए हमें आपसे उम्मीद है कि आप शहर को संभालेंगे। इस दौरान उप नेता प्रतिपक्ष देवनारायण चंद्राकर, पूर्व सभापति दिनेश देवांगन, पार्षदों में काशीराम कोसरे, चन्द्रशेखर चन्द्राकर, नरेन्द्र बंजारे, शिवेन्द्र परिहार, मनीष साहू, अजीत वैद्य, कविता तांडी, चमेली साहू, लीना दिनेश देवांगन, कुमारी बाई साहू, कमल देवांगन, हेमंत मटियारा, हेमा जगदीश शर्मा, राकेश भारती, पुष्प गुलाब वर्मा, योगेन्द्र साहू सहित अन्य मौजूद रहे।