- मैत्री बाग प्रबंधन ने सेंट्रल जू अथॉरिटी के नियमानुसार देश के 05 से भी अधिक चिडियाघरों के साथ विनिमय किया है।
अज़मत अली, भिलाई। व्हाइट टाइगर का कुनबा और बढ़ गया है। मैत्रीबाग में तीन नए मेहमान आ गए हैं। सफेद बाघ सुल्तान और रक्षा से 3 शावकों ने जन्म लिया है। भिलाई स्टील प्लांट द्वारा संचालित मैत्रीबाग जू में नन्हें मेहमान के आने की खुशी में जश्न मनाया जा रहा है।
मैत्रीबाग उद्यान के डीजीएम डाक्टर नवीन कुमार जैन के मुताबिक डेढ़ माह पूर्व मादा शेर रक्षा ने 3 शावकों को जन्म दिया है। इनके पिता का नाम सुलतान है। इसके एक वर्ष पूर्व भी शावक रोमा द्वारा भी एक नन्हें शावक को जन्म दिया गया था, जिसके पिता सुलतान ही थे। जैसा कि विदित हो कि नियमानुसार जन्म के पश्चात चार माह तक नन्हें शावकों को मां के सानिध्य में डाक्टरों की विशेष देख रेख एवं निगरानी में स्तनपान एवं अन्य कारणों से डार्क रूम में रखा जाता है।
मैत्रीबाग में जन्मे नन्हें शावकों को भी डाक्टर द्वारा अपनी निगरानी में रखा गया है और मेडिसिन के रूप में उन्हें विशेष प्रकार की विटामिन युक्त दवाइयां दी जा रही है, जिससे कि वे हष्ट-पुष्ट और सेहतमंद रह सकें। सनद हो कि जन्म से चार माह पश्चात ही शावकों को पर्यटकों के दर्शन हेतु रखा जाएगा।
विदित हो कि वर्ष 1997 में सफ़ेद शेर का एक जोड़ा नंदन कानन चिड़िया घर भुनेश्वर से मैत्री बाग में लाया गया था। अनुकूल वातावरण और बेहतर रख रखाव के कारण यहां सफ़ेद शेरों की वंश वृद्धि लागातार होती रही। पूर्व में भी मैत्रीबाग में 12 से भी अधिक सफ़ेद बाघों का प्रजनन कराया गया है।
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उक्त प्रजनन क्षमता एवं वंश वृद्धि के दृष्टिगत ही पूरे देश भर में मैत्री बाग के सफ़ेद शेरों की बेहद मांग है, जिसे मैत्री बाग प्रबंधन ने सेंट्रल जू अथॉरिटी के नियमानुसार देश के 05 से भी अधिक चिडियाघरों के साथ विनिमय किया है। पूर्व के 06 शेरों और 03 नन्हें शावकों को मिलाकर मैत्री बाग चिड़ियाघर में शेरों की कुल संख्यां 09 हो गई है।