60 साल में ही रिटायर होंगे ठेका श्रमिक, HSLT लेबर पाएंगे पेंशन, BSP श्रमिकों का हक 494 रुपए, मजदूरी मिल रही 403 रुपए

  • राज्य सरकार में अकुशल श्रमिक को 403 रुपए मिलता है, जबकि केंद्रीय न्यूनतम वेतन 494 रुपए प्रति दिन है। छत्तीसगढ़ में ही एनटीपीसी कोरबा में केंद्रीय न्यूनतम वेतन दिया जाता है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक ने महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध एवं ठेका प्रकोष्ठ जेएन ठाकुर के साथ बैठक की। ज्ञापन सौंपा। भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों का 60 वर्ष से पूर्व सेवानिवृत्त होने की समस्या को प्रबंधन को अवगत कराया।

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अध्यक्ष संजय साहू का कहना है कि ठेका श्रमिकों की उम्र अगर 59 साल है या 58 साल 6 महीना हो गई है एवं ठेका 2 साल का है, तो उनका कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में तकनीकी समस्या के कारण से गेट पास नहीं बनता। जिसे इंटक यूनियन ने प्रबंधन को अवगत कराया था। महाप्रबंधक जेएन ठाकुर एवं उनकी टीम ने इस समस्या पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इसमें सुधार करवाया गया। अब भिलाई इस्पात संयंत्र में सभी ठेका श्रमिकों 60 वर्ष की उम्र तक गेट पास बनेगा।

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एचएसएलटी ठेका श्रमिकों के केवाईसी में होगा सुधार, मिलेगी पेंशन की राशि

महाप्रबंधक जेएन ठाकुर ने बैठक में बताया कि सभी एचएसएलटी ठेका श्रमिकों के केवाईसी में सुधार के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया गया है, जो ठेका श्रमिक सेवानिवृत्त हो गए हैं या जो कार्यरत हैं। उन सभी श्रमिकों को केवाईसी में सुधार किया जाएगा। सभी एचएसएलटी श्रमिक अपने दस्तावेज सहित कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

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स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय साहू ने प्रबंधन को आश्वस्त किया कि यूनियन एचएसएलसी ठेका श्रमिकों के दस्तावेज में सुधार कर केवाईसी को पूर्ण कराने में पूरा सहयोग करेगी, जिससे कि एचएसएसटी ठेका श्रमिकों को पेंशन प्राप्त हो सकेगा।

केंद्रीय न्यूनतम वेतन के लिए निदेशक प्रभारी के नाम ज्ञापन

स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक ने मांग की है कि बीएसपी में ठेका श्रमिकों को मिलने वाले राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन दिया जाता है, जबकि भिलाई इस्पात संयंत्र केंद्र सरकार का उपक्रम है। यह केंद्रीय श्रम आयुक्त के अंतर्गत आता है और लेबर लाइसेंस भी केंद्रीय श्रम आयुक्त के कार्यालय से लिया जाता है।

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वेतन से संबंधित शिकायत भी केंद्रीय श्रम आयुक्त कार्यालय में की जाती है। राज्य सरकार में अकुशल श्रमिक को 403 रुपए मिलता है, जबकि केंद्रीय न्यूनतम वेतन 494 रुपए प्रति दिन है। छत्तीसगढ़ में ही एनटीपीसी कोरबा में केंद्रीय न्यूनतम वेतन दिया जाता है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र में भी सभी ठेका श्रमिकों को केंद्रीय न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए। बैठक में भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका प्रकोष्ठ उप महाप्रबंधक विकास चंद्रा, प्रबंधक निवेश विजयन, स्टील ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष संजय कुमार साहू, उपाध्यक्ष सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, मनोहर लाल, आर दिनेश उपस्थित थे।