आंधी और बारिश से राम नवमी जुलूस में खलल, भिलाई स्टील प्लांट में गिरे पेड़, श्रमिक चौक पर सड़क हादसा

प्लांट के अंदर पेड़ गिरने की वजह से कर्मचारियों को दूसरे गेट से बाहर निकलना पड़ा। वहीं, नाइट शिफ्ट पहुंचने वालों को खासा परेशानी भी हुई।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। मार्च में सावन जैसा मौसम बना हुआ है। एक बार फिर छत्तीसगढ़ का मौसम बदल चुका है। दोपहर बाद से कई इलाकों में बादल छाने लगा था। शाम ढलते ही तेज अंधड़ और बादलों की गड़गड़ाहट के बीच बारिश शुरू हुई। दुर्ग-भिलाई में शाम करीब साढ़े 7 बजे से बारिश शुरू हुई।

तेज हवा की वजह से कई इलाकों में पेड़ तक गिर गए। भिलाई स्टील प्लांट के प्लेट मिल से मरौदा गेट जाने वाले रास्ते पर करीब चार से ज्यादा पेड़ गिरने की खबर आ रही है। इस वजह से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। किसी तरह छोटे वाहन वहां से निकलने में कामयाब रहे, जब कि चार पहिया वाहनों को अपना रास्ता बदलना पड़ा।

प्लांट के अंदर पेड़ गिरने की वजह से कर्मचारियों को दूसरे गेट से बाहर निकलना पड़ा। वहीं, नाइट शिफ्ट पहुंचने वालों को खासा परेशानी भी हुई। इसी तरह भिलाई टाउनशिप के कई सड़कों पर पेड़ टूटकर गिरने की सूचना है। बीएसपी की टीम पेड़ों को काटकर रास्ता खोलने में जुटी हुई है।

इधर-बारिश की वजह से विद्युत सप्लाई बाधित रही। हर तरफ अंधेरा छाया रहा। अंधेरे की वजह से श्रमिक चौक पर दो वाहनों में टक्कर तक हो गई। सिक्योरिटी गार्ड अपनी पत्नी को बैठाकर खुर्सीपार स्थित घर जा रहा था, तभी एक बाइक से सीधी टक्कर हो गई। इस वजह से एक्टिवा सवाल सिक्योरिटी गार्ड के हाथ में चोट लगने से खून बहता रहा। सड़क पर ही राहगीरों ने कपड़े बांधकर घायल को अस्पताल की तरफ भेजा।

वहीं, राजधानी रायपुर में बारिश की वजह से कई एरिया में लाइट गुल रही है। रात 8:30 से 9.30 बजे लगातार बारिश होती रही। इस वजह से कई जगह रामनवमी का जश्न फीका हो गया है। नमी बढ़ने से तेज अंधड़ के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि शुक्रवार तक नमी बढ़ने के कारण मौसम ऐसा ही रह सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटे में प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।