- बीएमएस में गुटाबाजी बढ़ती जा रही है। महामंत्री चन्ना केशवलू ने चंदा वसूली के आरोप में पदाधिकारियों को किया था बाहर।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की मान्यता प्राप्त यूनियन बीएमएस (Recognised Union BMS) में गुटबाजी अब कानूनी लड़ाई का रूप ले चुकी है। महामंत्री चन्ना केशवलू की तरफ से 5 पदाधिकारियों को नोटिस देने के बाद यूनियन से बाहर कर दिया गया। चंदा वसूली का आरोप लगाया गया।
इसी आरोप पर पलटवार करते हुए रविशंकर सिंह, आईपी मिश्र, शारदा गुप्ता, हरिशंकर चतुर्वेदी ने महामंत्री चन्ना केशवलू और प्रदीप पाल को नोटिस भेज दिया है। छवि को धूमिल करने और प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए जाने से गुस्सा भड़का हुआ है।
सात दिनों के भीतर वकील के माध्यम से जवाब मांगा गया है। केस को मानहानि तक ले जाने का दावा किया जा रहा है। फिलहाल, यूनियन में गुटबाजी चरम पर पहुंच चुकी है।
अधिवक्ता राजकुमार तिवारी की तरफ से भेजी गई नोटिस में उल्लेख किया गया है कि महामंत्री चन्ना केशवलू के द्वारा किया जा रहा कृत्य भारतीय दण्ड संहिता की धारा 500 एवं सूचना एवं प्रौद्योगिक अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत दण्डनीय अपराध है।
इसलिए इस नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है कि नोटिसी प्राप्ति के सात दिवस के भीतर मेरे पक्षकारगणों के विरूद्ध की गई झूठी एवं मानहानिकारक बातों के संबंध में सार्वजनिक रूप से खण्डन करते हुए माफीनामा सूचनाजी.कॉम इलेक्ट्रानिक मीडिया, वॉटस-अप ग्रुप, एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित एवं प्रसारित कर मेरे पक्षकारगणों को सूचित करें। मेरे पक्षकारगणों से लिखित में क्षमा याचना करें।
अन्यथा मेरा पक्षकारगण समयावधि बीतने के पश्चात नोटिसीगणों के विरूद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी, जिसके समस्त हर्जे खर्चे व परिणाम की जिम्मेदारी नोटिसीगणों की होगी।
नोटस में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि बीएमएस (BMS) के राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए चंदा लिया गया, जिसकी रसीद है। केंद्रीय नेतृत्व में चन्ना केशवलू को जिम्मेदारी नहीं दी थी। रविशंकर सिंह को जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके आधार पर उन्होंने रसीद देकर चंदा लिया है।