पेंशनभोगियों को बड़ी सौगात देने वाले डॉ. अजय कुमार ने संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का संभाला पदभार

Dr. Ajay Kumar, who gave a big gift to the pensioners, took over as the Chairman of the Union Public Service Commission
ई-गवर्नेंस पहलों को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जैसे जीवन प्रमाण (पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र)।
  • डॉ. अजय कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1985 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) के नए अध्यक्ष कार्यभार संभाल चुके हैं। रक्षा मंत्रालय के पूर्व सचिव डॉ. अजय कुमार ने गुरुवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। आयोग के सबसे वरिष्ठ सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला (सेवानिवृत्त) ने उन्हें यह शपथ दिलाई।

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (Indian Institute of Technology, Kanpur) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. करने के बाद, डॉ. अजय कुमार ने अमेरिका के मिनेसोटा विश्वविद्यालय से एप्लाइड इकोनॉमिक्स (Applied Economics) में एमएस (MS) और अमेरिका के मिनेसोटा विश्वविद्यालय (University of Minnesota, USA) के कार्लसन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की है। उन्हें 2019 में एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की मानद उपाधि भी प्रदान की गई थी।

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डॉ. अजय कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस IAS) के 1985 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं। तीन दशक से अधिक के अपने शानदार करियर के दौरान, उन्होंने केरल राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। केरल में उन्होंने जिन महत्वपूर्ण पदों पर काम किया उनमें वह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रबंध निदेशक; सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव पद पर थे।

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केंद्र में उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी निदेशक; संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Communications and Information Technology) के संयुक्त सचिव; राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के महानिदेशक; इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अपर सचिव; रक्षा उत्पादन सचिव जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाला। डॉ. कुमार ने अंतिम कार्यकाल के रूप में रक्षा मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया।

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उन्होंने कई ई-गवर्नेंस पहलों को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जैसे ” जीवन प्रमाण ” (पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र); माईगव, प्रगति (प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंस); बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली; एम्स में ओपीडी पंजीकरण प्रणाली; क्लाउड सेवा प्रदाताओं के उपयोग के लिए सरकार की “क्लाउड फर्स्ट” नीति, आदि।

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डॉ. अजय कुमार के लेख कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। इसके अलावा, उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इनमें 1994 में नेशनल स्काउट्स एंड गाइड्स द्वारा “सिल्वर एलीफेंट” पदक; देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2012 के लिए “इलेक्ट्रॉनिक्स लीडर ऑफ द ईयर”; 2015 में इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन द्वारा “टेक्नोवेशन साराभाई अवार्ड”; 2017 में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन द्वारा “चैंपियन ऑफ चेंज” जैसे अहम अवार्ड शामिल हैं।

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