कर्मचारी पेंशन योजना 1995: जिसका कोई योगदान नहीं पा रहे 4000 वृद्धावस्था Pension, EPS 95 पेंशनर 2500 तक टैक्स दिए, मिल रहा 1000

Employee Pension Scheme 1995: Those who do not contribute are getting Rs 4000 old age pension, EPS 95 pensioners paid tax up to Rs 2500, but are getting Rs 1000
ईपीएस 95 नयूनतम पेंशन को लेकर पेंशनर ने कहा-किसी को भी पीएफ पेंशनरों द्वारा किए गए बलिदान की परवाह नहीं है।
  • कर्मचारियों ने 1000 से 2500 रुपये प्रतिमाह पेशेवर कर और आयकर आदि का भुगतान किया है।
  • भारत की 10% आबादी यानी 14 करोड़ 60 वर्ष से ऊपर है।
  • जो लोग 2005 में सेवानिवृत्त हुए थे, वे अब 75 वर्ष के हो चुके हैं।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension SCheme 1995): कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organisation) पर गंभीर आरोप लगते रहते हैं। पेंशनरभोगी Gautam Chakraborty ने कहा-गरीब, वृद्ध राष्ट्र निर्माता जिन्हें ईपीएस 95 पेंशन के रूप में प्रति माह एक हजार रुपये या उससे कम की पेशकश की जाती है। केंद्र में असंवेदनशील NDA सरकार पर शर्म आनी चाहिए। मंत्री झूठ का सौदा करते हैं। ईपीएफओ बहुत ज्यादा अनुपात का घोटाला है। एक ऐसी व्यवस्था है जो अपने बिल्डरों को गरीबी में और भ्रष्टों को धन में डुबोने के लिए मजबूर करता है।

ये खबर भी पढ़ें: Food Corporation of India News: सेवानिवृत्त कर्मचारी और जीवनसाथी के स्वास्थ्य बीमा पर सीएमडी को बड़ा सुझाव

पेंशनर नादिग राव श्रीनिवास ने कहा-कोई भी सरकार आए और जाए, उन्हें वरिष्ठ नागरिकों की कोई चिंता नहीं है। केंद्र और राज्य सरकारें वृद्धावस्था पेंशन के रूप में 3000 से 4000 रुपये प्रतिमाह देती हैं, जिन्होंने सरकार को कुछ भी योगदान नहीं दिया है, जबकि कर्मचारियों ने उनके लिए 1000 से 2500 रुपये प्रतिमाह पेशेवर कर और आयकर आदि का भुगतान किया है।

ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी पेंशन योजना 1995: सरकार के गले की हड्डी बनी ईपीएस 95 पेंशन, पेंशनभोगी भड़के

कोई भी राजनेता या न्यायालय वृद्ध कर्मचारियों का समर्थन नहीं करेगा। अब भारत की 10% आबादी यानी 14 करोड़ 60 वर्ष से ऊपर है। लेकिन कोई आवाज़ नहीं उठाता। जो लोग 2005 में सेवानिवृत्त हुए थे, वे अब 75 वर्ष के हो चुके हैं और उनमें से कुछ पहले ही दुनिया छोड़ चुके हैं।

ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी पेंशन योजना 1995: पेंशनर का सुझाव राहुल गांधी के जरिए बजट सत्र में ईपीएस 95 पेंशन पर घेरें सरकार को

पेंशन बोनी बैस्टियन भी व्यवस्था पर भड़के हुए हैं। कहा-किसी को भी पीएफ पेंशनरों द्वारा किए गए बलिदान की परवाह नहीं है। इसलिए अगली पीढ़ी को सलाह है कि अच्छी योग्यता प्राप्त करने के बाद विदेश में कहीं भी सभ्य सभ्यता की ओर चले जाएं।

ये खबर भी पढ़ें: कर्मचारी भविष्य निधि, ईएसआईसी या राष्ट्रीय पेंशन योजना के वंचितों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, मिलेगी 3000 पेंशन

वेंकटेश्वरन रामसुब्रमण्यम ने कहा-हमें केवल आश्वासन, आश्वासन और आश्वासन मिल रहा है और काम युद्धस्तर पर चल रहा है। हमारे साथ क्या मजाक किया गया है, मैं सरकार को चुनौती देता हूं कि वह अपनी ईमानदारी साबित करने के लिए मामले के सुलझने तक अंतरिम राहत दे। क्या वे ऐसा कर सकते हैं?

ये खबर भी पढ़ें: Employees Pension Scheme 1995: युवा कर्मियों का जोर पेंशन नहीं वेतन संशोधन पर, यूनियनों से उठा विश्वास