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EPS 95: पेंशनर्स करने जा रहे बड़ा बवाल, पेंशन नहीं तो वोट नहीं, सितंबर से आंदोलन

EPS 95: पेंशनर्स करने जा रहे बड़ा बवाल, पेंशन नहीं तो वोट नहीं, सितंबर से आंदोलन

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। ईपीएस 95 को लेकर देशभर में बड़ा हंगामा होने जा रहा है। राष्ट्रीय संघर्ष समिति फॉर ईपीएस 95 पेंशनर्स ने हुंकार भरी है कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो सितंबर में वृहद आंदोलन किया जाएगा।

भिलाई में संक्षिप्त प्रवास के दौरान राष्ट्रीय संघर्ष समिति फॉर ईपीएस 95 पेंशनर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत ने चर्चा के दौरान भिलाई में बड़ा एलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर ईपीएस 95 पेंशनर्स की मांगें सरकार द्वारा नहीं मानी गईं, जिसके लिए उनका संगठन वर्षों से प्रयासरत है, तो सितंबर में एक देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। इसका प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से वोटों पर भी प्रभाव पड़ेगा।

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भिलाई चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिटल के सामने प्रातः 9.30 बजे पहुंचते ही कमांडर राउत का भावभीन स्वागत पुष्पगुच्छ से राष्ट्रीय संघर्ष समिति के अध्यक्ष एलएम सिद्दीकी द्वारा किया गया। अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कमांडर राउत ने बताया कि न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपए से 7500 रुपए प्रति माह करने, विधवा पेंशन को सौ प्रतिशत करने, ईपीएस 95 पेंशनर्स को मुफ्त चिकित्सकीय सुविधा देने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले 4 नवंबर 2022 को बिना किसी भेदभाव के लागू करने जैसी मांगों के लिए वे प्रयासरत हैं। आने वाले संसद के अधिवेशन में हमारी मांगों पर विचार होने की संभावना है।

ईपीएफओ के पास पेंशन कोष में लगभग 7 लाख करोड़ रुपया उपलब्ध है। इसलिए न्यूनतम पेंशन को बढ़ाने पर सरकार को सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए। पुलिस विभाग से रिटायर्ड कुत्तों को भी उचित पेंशन मिलता है। एमएलसी, एमएलए, एमपी और मंत्रियों को भी तीन तीन, चार चार पेंशन समस्त सुविधाओं के साथ मिलता है, जिनका पेंशन कोष में कोई योगदान नहीं है। लेकिन ईपीएस 95 पेंशनर्स जो जीवन पर्यंत पेंशन कोष में अपना अंशदान करते हैं। उन्हें अत्यंत अल्प पेंशन दिया जाता है। और न्यूनतम पेंशन मात्र एक हजार रुपए है।

भगत सिंह कोशियारी कमेटी की सिफारिशें भी लागू नहीं की गई, जिसके अनुसार 3000 रुपए महीने और डीए भी मिलना था। 5 जनवरी 1996 को विभिन्न अखबारों में ईपीएफओ द्वारा प्रचारित किया गया था कि रिटायरमेंट के बाद ईपीएस 95 पेंशनर्स को बेसिक+डीए का आधा पेंशन के रूप में मिलेगा। यह भी मिथ्या साबित हुआ। पेंशनर्स के प्रति यह घोर अन्याय है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के क्रियान्वयन को भी अत्यंत जटिल बना दिया गया है।

राज्य अध्यक्ष एलएम सिद्दीकी ने “पेंशन नहीं तो वोट नहीं” की तर्ज पर संघर्ष करने का विचार प्रकट किया। यह भी घोषणा किया कि राष्ट्रीय संघर्ष समिति के भविष्य के सभी आंदोलनों में छत्तीसगढ़ इकाई की भागीदारी शतप्रतिशत रहेगी। “निधि आपके निकट शिविर” को दुर्ग की जगह भिलाई, दंतेवाड़ा की जगह बचेली किरंदुल और नवा रायपुर की जगह रायपुर किए जाने हेतु प्रयत्न किया जा रहा है। इस विषय में पत्र भी भेजा गया और अधिकारियों से व्यक्तिगत संपर्क भी किया गया है।

उमेश उपाध्याय-दुर्ग जिला अध्यक्ष ने कमांडर राउत और उनकी टीम के द्वारा ईपीएस 95 पेंशनर्स के लिए अनवरत प्रयास किए जाने की प्रशंसा की, जिसे सभी सदस्यों ने तालियों से स्वागत किया।

एसके बर्धन ने भी इस अवसर पर कमांडर राउत और उनकी टीम का उनके निःस्वर्थ सेवा के लिए अभिवादन प्रकट किया। अंत में एलएम सिद्दीकी ने सभी सदस्यों को कमांडर राउत के आह्वान के अनुसार सितंबर में वृहद आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए आह्वान किया। यह भी निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में भिलाई में, राष्ट्रीय संघर्ष समिति का एक विशाल सम्मेलन किया जाएगा, जिसका समन्वय एसके बर्धन करेंगे।

इस अवसर पर केएस ठाकुर-महासचिव भिलाई, स्वदेश कुमार शुक्ला, एके रोहतगी, एम ईश्वर राव, चंदन राय, एनआर राय, एके भौमिक, टीके भट्टाचार्य, अमरनाथ मिश्र, आरके गुप्ता, अरुण कुमार गुप्ता, एके सिंह, एके राजपूत, डीआर साहू आदि सदस्य मौजूद रहे।