Bhilai हॉस्पिटल सेक्टर को लफंगों ने बनाया अय्याशी का अड्डा, दारू,कंडोम और चाकू, दहशत में BSP कर्मचारी-अधिकारी

Increasing Anti-Social Activities by Outsiders in the Hospital Sector Have Created Fear and Resentment Among Residents
  • अस्पताल सेक्टर में बाहरी व्यक्तियों की बढ़ती असामाजिक गतिविधियों से निवासियों में भय और आक्रोश।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के हॉस्पिटल सेक्टर के निवासियों की जान खतरे में हैं। हॉस्पिटल सेक्टर में शाम ढलते ही हुड़दंग मचाने वालों का तांडव शुरू हो जाता है। दहशत की वजह से परिवारों की नींद उड़ गई।

भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारी और कर्मचारी तनाव में आ गए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार बंछोर, महासचिव अंकुर मिश्र और कोषाध्यक्ष सौभाग्य रंजन साहू ने रहवासियों संग चर्चा की है। बीएसपी प्रबंधन से भी इस विषय पर विचार-विमर्श किया जा चुका है।

पुलिस के उच्चाधिकारियों तक मामले को ले जाने की बात कही है, ताकि किसी दिन कोई अप्रिय घटना न घट सके। एक अधिकारी ने बताया कि अवांछनीय तत्व हाथों में चाकू लेकर चलते हैं। इससे क्षेत्र में दहशफ फैलाई जा रही है। दारू की बोतल, कंडोम तक जगह-जगह दिख जाते हैं।

क्षेत्र में लगातार बढ़ती असामाजिक और अवैध गतिविधियों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गई है। कर्मचारियों-अधिकारियों का कहना है कि बाहरी लोग प्रतिदिन रात के समय सेक्टर परिसर में प्रवेश कर खुलेआम शराब पीते हैं। गाड़ियों में तेज़ आवाज़ में संगीत बजाते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। इन गतिविधियों से क्षेत्र में रहने वाले परिवारों की शांति और सुरक्षा भंग हो रही है।

नशे में आयेदिन हो रहा झगड़ा

निवासियों के अनुसार, Hospital सेक्टर में क्वार्टरों से घिरे खुले मैदानों, स्ट्रीट नंबर 13 और 14 के बीच बने गार्डन तथा सेक्टर की सड़कों पर ये लोग अपनी गाड़ियाँ खड़ी कर शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।

कई बार ये लोग गाड़ियों में तेज़ आवाज़ में संगीत बजाते हैं और गाली-गलौज करते हैं, जिससे पूरे सेक्टर में भय और असुरक्षा का माहौल बना रहता है। नशे की हालत में ये लोग कई बार निवासियों से भी बदसलूकी और झगड़ा करते हैं।

पुलिस को लगातार दे रहे चकमा

निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार ऐसे लोगों को समझाने की कोशिश की, परंतु कोई असर नहीं हुआ। शिकायत किए जाने पर पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी आती है, लेकिन सायरन की आवाज़ सुनते ही ये लोग शराब और नशीले पदार्थों को गाड़ियों या आसपास के अंधेरे स्थानों में छिपा लेते हैं। जैसे ही पेट्रोलिंग गाड़ी वहाँ से चली जाती है, वे पुनः अपनी गतिविधियाँ शुरू कर देते हैं।

आवासीय परिसर में भी घुस जाते हैं…

अस्पताल सेक्टर के C3 ब्लॉक्स से घिरे मैदान, जो मूल रूप से बच्चों और परिवारों के खेलकूद व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए बनाए गए थे, अब बाहरी लोगों के कब्जे में हैं। दिनभर ये लोग बिना अनुमति मैदानों में क्रिकेट और अन्य खेल खेलते हैं, जोर-जोर से चिल्लाते हैं, गाली-गलौज करते हैं और कई बार आवासीय परिसर के भीतर तक प्रवेश कर जाते हैं। इससे निवासियों को काफी परेशानी और असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है।

निवासियों का कहना है कि इन मैदानों में रात के समय अंधेरे में नशीले पदार्थों का सेवन भी किया जाता है, जिससे क्षेत्र की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है। यहां तक बोल रहे हैं कि बीएसपी के अधिकारी-कर्मचारी अपने ही सेक्टर में लावारिस हो गए हैं।