Insurance Employees: नई भर्ती व ट्रेड यूनियन को मान्यता की मांग पर एलआईसी कर्मियों हड़ताल की

Insurance Employees: LIC employees on strike demanding new recruitment and recognition of trade union
पिछले 7 सालों में 12000 कर्मचारी कम हो चुके है। वर्ष 2028 तक मात्र 30000 तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शेष रह जाएंगे।
  • रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने आक्रोश जाहिर किया।

सूचनाजी न्यूज, रायपुर। एलआईसी में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी में नई भर्ती आरंभ करने तथा ट्रेड यूनियन को मान्यता प्रदान किये जाने की माँग पर बीमा कर्मियों ने देश भर में 20 फरवरी को एक घंटे की बहिर्गमन हड़ताल कर अपना आक्रोश व्यक्त किया।

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हड़ताल का आह्वान आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन (All India Insurance Employees Association) द्वारा किया गया था। रायपुर मंडल के 16 शाखा कार्यालयों में भोजनावकाश के एक घंटा पूर्व एलआईसी कर्मी हड़ताल पर चले गए तथा कार्यालयों के बाहर आकर प्रदर्शन कर सभाएं ली।

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पंडरी स्थित मंडल कार्यालय में मुख्य हड़ताली सभा को संबोधित करते हुए सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव धर्मराज महापात्र ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सार्वजनिक व सरकारी क्षेत्रों में स्थाई प्रकृति के कार्यों का ठेकाकरण कर रही है।

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यही कारण है कि एलआईसी सहित सारे सार्वजनिक क्षेत्रों में नियमित कर्मचारियों की भर्ती बंद है और ठेका कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह प्रक्रिया देश के करोड़ों बेरोजगार नौजवानों के भविष्य के साथ सीधे खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि एलआईसी में निरंतर बढ़ते व्यवसाय के कारण कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्य बोझ बढ़ा है।

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नई भर्ती का अभाव तथा लगातार जारी सेवनिवृत्ती के चलते पिछले 7 सालों में 12000 कर्मचारी कम हो चुके है। वर्ष 2028 तक मात्र 30000 तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शेष रह जाएंगे, जो इतने बड़े संस्थान के संचालन हेतु पर्याप्त नहीं होंगे। दूसरी ओर देश के इस प्रमुख वित्तीय संस्थान में प्रबंधन द्वारा ट्रेड यूनियन को मान्यता प्रदान न किया जाना औद्योगिक जनवाद को कमजोर करता है।

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महापात्र ने माँग किया है कि एलआईसी कर्मचारियों के 85 प्रतिशत से अधिक हिस्से का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन को तत्काल मान्यता प्रदान की जाए। सभा को संबोधित करते हुए रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव सुरेंद्र शर्मा ने प्रस्तावित बीमा संशोधन विधेयक को निजी बीमा कंपनियों के पक्ष में राष्ट्रीयकृत बीमा उद्योग की बर्बादी हेतु उठाया गया कदम निरूपित करते हुए कहा कि इस बिल के पारित होने पर देश भर के बीमाकर्मी 1 दिन की हड़ताल कर अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे।

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सभा को संबोधित करते हुए आरडीआईईयू के सहसचिव गजेंद्र पटेल ने कहा कि यदि अब भी प्रबंधन द्वारा उचित कदम नहीं उठाया जाएगा तो बीमा कर्मी मार्च के महीने में फिर से 1 घंटे की हड़ताल कर आंदोलन तेज करेंगे। हड़ताली सभा को महिला समिति की सचिव अनुसूईया ठाकुर, समूह बीमा इकाई की सचिव संध्या भगत, कार्यकारिणी सदस्य एनजे राव, बीमा पेंशनर्स संघ के महासचिव अतुल देशमुख एवं सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के सहसचिव वीएस. बघेल ने संबोधित करते हुए कठिन हालातों में संघर्ष को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

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वक्ताओं ने एलआईसी कार्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के पदों की जारी आउट सोर्सिंग पर कड़ा रोष जाहिर किया। कहा कि देश के प्रमुख वित्तीय संस्थान को ठेकेदारों के हवाले किए जाने की प्रबंधन की नीति का पुरजोर विरोध किया जाएगा। जोरदार नारेबाजी के साथ सभा की कार्यवाही समाप्त हुई। सभा की अध्यक्षता एवं संचालन आरडीआईईयू के अध्यक्ष राजेश पराते द्वारा किया गया।

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