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सेक्टर 9 हॉस्पिटल की लचर व्यवस्था पर भड़के इंटक नेता, सेक्टर-1 अस्पताल में ये सुविधा शुरू

सेक्टर 9 हॉस्पिटल की लचर व्यवस्था पर भड़के इंटक नेता, सेक्टर-1 अस्पताल में ये सुविधा शुरू
  • रिटायर्ड डॉक्टरों की तरह पैरामेडिकल स्टाफ को भी अस्पताल में रखने की मांग उठी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील इम्प्लाइज यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक रविवार को हुई। सेक्टर 9 हॉस्पिटल में ह्दय रोगियों की दवाई उपलब्ध न होने, सभी वार्ड में पर्याप्त व्हील चेयर उपलब्ध ना होने, रामकृष्ण हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा लिखित दवाई उपलब्ध न होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। बीएसपी हॉस्पिटल में रिटायर्ड डॉक्टरों की तरह रिटायर्ड पैरामेडिकल स्टाफ को भी मानदेय पर लिए जाने की मांग की गई।

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कार्यकारिणी की बैठक में शोभित राम सोरी ने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल में हार्ट की दवाई उपलब्ध नहीं है, जिससे हार्ट मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है। कौशलेंद्र सिंह ने कहा कि रामकृष्ण हॉस्पिटल से आने वाले डॉक्टर जो दवाई लिखते हैं उसमें से कुछ दवाइयां सेक्टर 9 की फार्मेसी में नहीं मिलती है और प्रबंधन इसको रीएंबर्समेंट भी नहीं करता है। प्रबंधन को चाहिए कि बाहर से बुलाए गए डॉक्टरों द्वारा लिखी दवाई उपलब्ध कराई जाए।

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सचिव सुनील खरवार ने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल में वार्डों में व्हील चेयर की कमी है। साथ ही वार्ड में अटेंडेंस के उपलब्ध रहने के बावजूद मरीज को अलग-अलग जगह चेक कराने के लिए परिवार के सदस्य को ही ले जाना पड़ता है। इससे परिवार के सदस्य को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है।

उपाध्यक्ष गिरिराज देशमुख ने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल में रीएंबर्समेंट की व्यवस्था में परिवर्तन की जरूरत है। बीएसपी प्रबंधन ऐसी व्यवस्था बनाए जिससे जो दवाइयां हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं है, उसे प्राइवेट मेडिकल स्टोर से तुरंत उपलब्ध कराया जा सके। कुछ पीएसयू द्वारा संचालित हास्पिटल में इस तरह की व्यवस्था अपनाई जा रही है।

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उप महासचिव अनिमेष पसीने ने कहा कि संयंत्र के अन्य विभागों की तरह सेक्टर 9 में भी पैरामेडिकल स्टाफ की कमी हो रही है। हालत तो यह है कि पर्याप्त ड्रेसर नहीं है। जल्द से जल्द पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रिटायर्ड डॉक्टरों को मानदेय राशि देकर उनकी सेवाएं ली जा रही है।

इसी तरह रिटायर्ड पैरामेडिकल स्टाफ को भी अस्पताल में रखा जाए। इससे मरीजों को होने वाली परेशानी से बचा जा सके। बेहतर मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने बताया कि अब सेक्टर 1 हॉस्पिटल में भी आंख, हड्डी एवं स्त्री रोग के डॉक्टर सप्ताह में 2 दिन बैठते हैं। संयंत्र कर्मी एवं परिवार के सदस्य यहां भी दिखा सकते हैं।

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यूनियन महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि जब रिटायर डॉक्टरों को मानदेय राशि देकर अस्पताल में रखा जा रहा है तो पैरामेडिकल स्टाफ को क्यों नहीं। यह पूरी तरह से भेदभावपूर्ण व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सेक्टर 9 हॉस्पिटल में दवाइयां के उपलब्ध नहीं होने पर बाहर के मेडिकल स्टोर से दवाइयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जानी चाहिए। बैठक में उठाए गए सभी मुद्दों पर शीर्ष प्रबंधन से चर्चा कर इसका समाधान कराया जाएगा।

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बैठक में यूनियन महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरण वर्मा, एसके बघेल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, उपाध्यक्ष रमेश तिवारी, मदन लाल सिन्हा, सच्चिदानंद पांडे, गिरिराज देशमुख, अतिरिक्त महासचिव शेखर कुमार शर्मा, उप महासचिव विपिन बिहारी मिश्रा, अनिमेष पसीने, पीके विश्वास, सहायक कोषाध्यक्ष जीआर सुमन, वरिष्ठ सचिव राजकुमार रेशम राठौर, ज्ञानेंद्र पांडे, जीके अग्रवाल, केरमन मूर्ति, गुरुदेव साहू, उमापति मिश्रा, जसवीर सिंह, विंसेंट परेरा, ताम्रध्वज सिन्हा, जितेंद्र अग्रवाल, सुंदरमूर्ति, सुनील खरवार, गणेश सोनी, आरिफ मंजर, डीपी खरे सहित यूनियन पदाधिकारी कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित थे।

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