Bhilai Township में लीज मामला सुलझा नहीं, अब उलझा, PM Modi और सांसद तक आई ये बात

  • व्यापारी बोले-प्रधानमंत्री कार्यालय को सूचित किया है कि जो भी जानकारी भिलाई इस्पात संयंत्र के द्वारा दी गई है वह भ्रामक और तथ्यहीन है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप (Bhilai Township) में लीज नवीनीकरण प्रकरण (Lease Renewal Case) पर मामला उलझता जा रहा है। व्यापारियों का आरोप है कि इस संदर्भ में भिलाई स्टील सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और उनके प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) को भेजे गए पत्र के संदर्भ में भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) के द्वारा गलत एवं भ्रामक जानकारी दी गई है। दिग्भ्रमित करने की शिकायत स्टील सिटी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स (Steel City Chamber of Commerce) के पदाधिकारीयों ने दस्तावेजी प्रमाणों के साथ ने नवनिर्वाचित दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल से मुलाकात कर की थी।

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प्रतिउत्तर में सांसद विजय बघेल ने प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) को सूचित किया है कि जो भी जानकारी भिलाई इस्पात संयंत्र के द्वारा दी गई है वह भ्रामक और तथ्यहीन है। चेंबर के पदाधिकारियों के द्वारा प्रधानमंत्री से मिलने के लिए जो समय मांगा गया है, उन्हें दिया जाना चाहिए।

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उल्लेखनीय है कि लंबे समय से लीज नवीनीकरण का प्रकरण भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा सुलझाने के बजाय उलझाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। जिन व्यापारियों की संख्या को उल्लेखित कर लीज नवीनीकरण की प्रक्रिया किया जाना भिलाई इस्पात संयंत्र ने बताया है, इसी संदर्भ में भिलाई स्टील सिटी चेंबर ऑफ कॉमर्स में बीएसपी मार्केट रिसाली के लगभग 17 दुकानों की जानकारी शपथ पत्र में देते हुए बताया है कि इन दुकानदारों को समय-समय पर बेदखल कर देने, विद्युत कनेक्शन काट देने अथवा दुकान का लाइसेंस निरस्त कर देने जैसे धमकी भरे पत्र विभाग द्वारा भेजे जाते थे।

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मजबूरी बस छोटी-छोटी दुकानों में व्यापार करने वाले कमजोर तबके के व्यापारियों ने बैंकों से या अन्य व्यवस्था से ऋण लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र को मजबूरी में भुगतान किया है। कुछ व्यापारियों के नामांतरण पत्र सिर्फ इसी कारण रुके हुए थे। इसलिए कुछ दुकानदारों ने मजबूरी में राशि का भुगतान किया है। उन्होंने भी अंडर प्रोटेस्ट राशि का भुगतान किया है। डर और दहशत के वातावरण लगातार भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा बनाए जाने की कार्यशैली की चेंबर के पदाधिकारियों ने कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि समस्या को सुलझाने जाने के लिए उच्च स्तरीय प्रयास में बाधक बनने वाले भिलाई इस्पात संयंत्र को समय रहते संभल जाना चाहिए। अन्यथा आने वाले वर्ष 2024-25-26 में हो सकता है कि टाउनशिप के व्यापारी से मिलने वाला राजस्व भिलाई इस्पात संयंत्र को मिलना बंद हो जाए।

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स्टील सिटी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स (Steel City Chamber of Commerce) के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन महासचिव दिनेश सिंघल, रामकिशन मुंद्रडा, श्री निवास खेड़िया, रामकुमार गुप्ता, ज्ञानचंद बाकलीवाल, सुरेश रतनानी, गुरनाम सिंह गणेश ताम्रकार ने संयुक्त रूप से सांसद विजय बघेल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए पुनः निवेदन किया है कि आपके मार्गदर्शन में व्यापारियों के संघर्ष को संबल मिला है। और निश्चित रूप से आपके ही मार्गदर्शन में इस समस्या का निदान उच्च स्तरीय प्रयास से ही संभव होगा‌।

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स्टील सिटी चेंबर (Steel City Chamber) के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भिलाई इस्पात संयंत्र का प्रबंध पूर्णत: लापरवाह हो गया है। नगर सेवा विभाग समस्याओं को हल करने के बजाय समस्याओं जटिल करना और अनावश्यक व्यापारियों को परेशान करने कि दिशा में उनके किए जा रहे दुखद और निंदनीय है।

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नगर सेवा विभाग () के तथाकथित अधिकारियों के प्रयासों का हर स्तर पर जवाब दिया जाएगा। किसी भी व्यापारी को होने वाली परेशानी में शहर के व्यापारी एकजुट होकर बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ अपने संघर्ष को जारी रखेंगे।

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