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Rourkela Ispat General Hospital में बच्चों को दूध पिलाने माताओं की लगी लाइन

Rourkela Ispat General Hospital में बच्चों को दूध पिलाने माताओं की लगी लाइन
  • सेल आरएसपी के इस्पात जनरल अस्पताल में स्तनपान सप्ताह प कार्यक्रम आयोजित। महिलाओं में बच्चों को दूध पिलाने की प्रवृत्ति हो रही कम।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल (SAIL) राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के इस्पात जनरल अस्पताल में ब्रेस्ट फीडिंग को लेकर काफी ज्ञानवर्धक कार्यक्रम हुआ। गोद में बच्चों को लेकर माताओं की लाइन लगी। दूध न पिलाने की वजह से बच्चों को हो रही बीमारी की जानकारी दी गई। स्त्री रोग और बाल चिकित्सा वार्ड के डॉक्टरों, स्तनपान कराने वाली माताएं और उनके परिवार के सदस्य भी सत्र में भाग लिए।

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स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. बीके होता मुख्य अतिथि थे। इस समारोह में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ. लक्ष्मीकांत बिस्वाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ. पीके महापात्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) डॉ. जयंत आचार्य, अन्य वरिष्ठ डॉक्टर, वरिष्ठ अधिकारी, डीएनबी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और आईजीएच के कर्मचारी उपस्थित थे।

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इस अवसर पर डॉ. होता ने कामकाजी महिलाओं के बीच स्तनपान की घटती प्रवृत्ति पर प्रकाश डाला और सभी से शिशुओं की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार के लिए इसे बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने मां के दूध की संपूर्ण पर्याप्तता प्रकृति के बारे में बताया और बताया कि किस तरह से स्तनपान बच्चे के स्वास्थ्य और जीवित रहने में मदद करता है।

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गणमान्य व्यक्तियों ने इस अवसर पर पहले आयोजित नारा लेखन और पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार सौंपे। नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान के छात्रों द्वारा कामकाजी माताओं के बीच स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।

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प्रारंभ में डॉ. जयंत आचार्य ने सभा का स्वागत किया और इस वर्ष की विषय वास्तु “आइए स्तनपान और कार्य को कार्य कराएं” का परिचय दिया। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य-पेडियाट्रिक्स) डॉ. अर्चना बेहरा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मार्गदर्शन अनुसार हर साल 1 से 7 अगस्त तक स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।

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