बोकारो स्टील प्लांट की जमीन पर विधायक-सांसद ने किया सड़क का भूमि-पूजन, अब फंसा पेंच, एयरपोर्ट या नेतागिरी

बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन ने जिला प्रशासन को दिखाया कानूनी अधिकार। सड़क निर्माण का कार्य रोका गया।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के बोकारो स्टील प्लांट की जमीन को लेकर सियासत ने आंख दिखाई। प्रबंधन ने कानूनी दायरे में रहते हुए अकड़ निकाल दी है। दुंदीबाद हटिया के अंदर बीएसएल भूमि पर पीसीसी रोड निर्माण को लेकर मामला तूल पकड़ चुका है। भाजपा विधायक की निधि से सड़क निर्माण के लिए बात आगे बढ़ी, सांसद ने उद्घाटन तक कर दिया।

इस अवैध कार्य संस्कृति के खिलाफ कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल, बोकारो को बीएसएल नगर प्रशासन ने पत्र भेजकर आइना दिखाया। निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। लेकिन, प्रबंधन पर सियासी दबाव डाला जा रहा है। अब सवाल यह है कि जिस जमीन को लेकर बवाल मचा है। वहां एयरपोर्ट बनेगा या सड़क। चर्चा तो यह भी है कि सड़क निर्माण के बाद दोनों तरफ पक्के मकान बनाए जाएंगे। अवैध रूप से बसे लोगों को यहां स्थायी आवास का अवसर दिया जाएगा।

एयरपोर्ट के एक तरफ गरगा नदी है। दूसरे तरफ रनवे और तीसरे तरफ हाइवे है। पश्चिम तरफ दुंदीबाद हटिया है। एयरपोर्ट के लिए टॉवर बन चुके है। रवने बन रहा है। सड़क निर्माण के बाद स्थिति बेकाबू हो जाएगी। वहीं, झारखंड हाइकोर्ट ने भी दुंदीघाट के लोगों को राहत नहीं दी है। बीएसएल प्रबंधन की जमीन है, जहां बगैर एनओसी कोई कार्य नहीं किया जा सकता है।

सेक्टर-12 में दुंदीबाद हटिया के अंदर पीसीसी सड़क के निर्माण और 28.07.2024 को सांसद धनबाद और विधायक बोकारो द्वारा इसका उद्घाटन किया गया था। इस मामले के संबंध में 29 फरवरी को एक पत्र पहले ही भेजा जा चुका है।

यहां बता दें कि मौजूदा दुंदीबाद हटिया सेक्टर-12 में को-ऑपरेटिव कॉलोनी के पूर्व में स्थित है। बाद में दुंदीबाद हाट उक्त क्षेत्र में बीएसएल की जमीन का अतिक्रमण कर आगे फैल गया। दुंदीबाद हाट के विक्रेताओं, व्यापारियों को पट्टा या लाइसेंस या किसी अन्य प्रकार का कोई औपचारिक आवंटन आदेश, अनुमति नहीं दी गई थी।

दुंदीबाद हटिया को खाली कराने के लिए संपदा अधिकारी, बोकारो की अदालत में 2011 का बेदखली वाद क्रमांक-ए/ई 102 दायर किया गया था और संपदा अधिकारी ने बेदखली का आदेश भी पारित कर दिया था।

बोकारो हवाई पट्टी बीएसएल की 210 एकड़ भूमि में फैली

मौजूदा बोकारो हवाई पट्टी के विस्तार के लिए दुंदीबाद हटिया क्षेत्र को अनिवार्य रूप से खाली करना आवश्यक है। वर्तमान में बोकारो हवाई पट्टी बीएसएल की 210 एकड़ भूमि में फैली हुई है और मौजूदा दुंदीबाद हाट बोकारो हवाई पट्टी के पश्चिम में स्थित है जो छोटे निजी/सरकारी/कॉर्पोरेट विमानों/हेलीकॉप्टरों के लिए दशकों से चालू है। इस हवाई पट्टी का रनवे पूर्व-पश्चिम दिशा में है। इस हवाई पट्टी के विस्तार का एकमात्र दायरा पश्चिम दिशा में है जहां दुंदीबाद हटिया मौजूद है।

फ्लाइट के लिए यहां के वातावरण अच्छे नहीं

इसके अलावा, दुंदीबाद हाट पश्चिम में बोकारो हवाई पट्टी के निकट स्थित है, जो विमान की सुरक्षित लैंडिंग और टेकऑफ़ के लिए खतरा पैदा कर रहा है, क्योंकि इस दुंदीबाद हाट से उत्पन्न कचरे के कारण बड़ी संख्या में पक्षी, चील, पतंग उड़ते हैं। वहां बड़ी संख्या में मांस, मुर्गा, मछली की दुकानें चल रही हैं।

झारखंड हाईकोर्ट भी दे चुका है झटका

झारखंड उच्च न्यायालय के W.P.(C) No.6329/2009 i.r.o दुंदीबाद हटिया के आदेश दिनांक 08.04.2024 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि “वर्तमान मामले में याचिकाकर्ता प्रतिवादी कंपनी को उनके पक्ष में दुकानों के आवंटन के लिए निर्देश देने का कोई मौजूदा कानूनी अधिकार दिखाने में विफल रहा है। इस संबंध में उपायुक्त को कंपनी की जमीन पर दुकानों के निर्माण का निर्देश देने का कोई अधिकार नहीं था।

प्रतिवादी कंपनी की ओर से दलील दी गई है कि पर्याप्त संख्या में दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान पट्टे के आधार पर आवंटित किए गए हैं, जो कंपनी और उसके कर्मचारियों की जरूरतों को पर्याप्त रूप से पूरा करते हैं। मौजूदा हवाई अड्डे के विस्तार के प्रस्ताव के संबंध में अन्य विकास भी रिकॉर्ड में लाए गए हैं ताकि नियमित नागरिक हवाई सेवाएं शुरू की जा सकें।

अवैध निर्माण हवाई अड्डे के विस्तार में होगी बाधा 

उपरोक्त तथ्यों और परिस्थितियों के तहत, इस अदालत का मानना है कि रिट याचिका योग्य नहीं है और तदनुसार खारिज की जाती है। उपरोक्त परिस्थितियों में, दुंदीबाद हटिया के अंदर पीसीसी सड़क के निर्माण से क्षेत्र में अधिक अतिक्रमण और अनधिकृत निर्माण होगा जो हवाई अड्डे के विस्तार में बाधा उत्पन्न करेगा।