- कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के तहत न्यूनतम पेंशन 7500 रुपए की मांग।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension Scheme 1995) यानी ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन…। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization) और केंद्र सरकार। ये चंद शब्द पेंशनभोगियों के दिल-ओ-दिगाम में बेचैनी पैदा किए हुए है। न्यूनतम पेंशन 7500 रुपए की मांग की जा रही है। फिलहाल, खाते में 1000 रुपए ही आ रहा है।
ये खबर भी पढ़ें: स्वर्गीय पति की सरकारी नौकरी थी, अंतिम भुगतान और पेंशन तक नहीं मिली
पेंशनभोगी अनिलडॉल औंधकर का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदीजी…। प्रिय श्रम मंत्री, वित्त मंत्री…। क्यों कोई भी हमारी ईपीएस 95 पेंशन समस्याओं के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। यह क्यों अनसुलझी है। भूल जाओ….कांग्रेस ने क्या किया है। वे हमेशा मुद्दों को लंबित रखते हैं।
ये खबर भी पढ़ें: भविष्य निधि में जमा रकम, 7500 रुपए न्यूनतम पेंशन और पेंशनभोगियों का टेंशन
लेकिन महोदय…आपकी शर्तें। हम अभी भी प्रकाश जावड़ेकर के वादे का इंतजार कर रहे हैं। हमारे वरिष्ठ नागरिक हर रोज मर रहे हैं। पैसे के बिना,कौन जिम्मेदार होगा? और क्यों…?
क्या 1000 रुपए प्रति महीना पेंशन पति-पत्नी के लिए काफी होंगे। जिसने निर्णय लिया है। अब इतने महंगे दिन में तो आपको बॉम्बे में वड़ा पाव मिलेगा। हमारे गरीब वरिष्ठ नागरिकों के लिए इतनी परेशानी क्यों। हम अपनी मेहनत की कमाई बहुत दिनों से बचाए हुए पैसे मांग रहे हैं।
पेंशनभोगी ने कहा-हम सब आपसे अनुरोध करते हैं। कृपया ठीक से पढ़ाई करें। संभव हो तो कुछ करें या…कृपया कृपया हमारे ग्रेट ईपीएस 95 फंड का पैसा अपडेट ब्याज के साथ वापस करें, ताकि हमारे लोग अपने पैसे का इस्तेमाल कर सकें। बचे हुए दिन में वरिष्ठ नागरिकों को बचाओ…। भारत को बचाओ।