- सोशल मीडिया एप्प पर से हटाए गए बैन।
- कैबिनेट मीटिंग में बैन हटाने का फैसला हुआ था।
- 20 मौत और 500 से ज्यादा जख्मी।
सूचनाजी न्यूज, काठमांडू। भारत के पड़ोसी देश नेपाल के हालात बेकाबू हो गए हैं। 20 मौत और 500 से ज्यादा युवाओं के जख्मी होने से हिंसा और भड़क गई है। लगातार दूसरे दिन विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की जा रही है। राष्ट्रपति के निजी आवास पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया है। वहीं, मंत्रियों और नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। आंदोलन के समर्थन में आरएसपी के 21 सांसद सामूहिक इस्तीफा देने जा रहे हैं। वहीं, काठमांडू इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है।
पुलिस और सुरक्षा बल के जवान हालात को काबू करने की कोशिश कर रहे हैं। गुस्साए Gen Z की भीड़ मंत्रियों और नेताओं के घर पर धावा बोला गया। दावा किया जा रहा है कि 5 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री केपी वर्मा ओली देश छोड़कर भागने की फिराक में हैं। फिलहाल, इसको लेकर आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। संचार मंत्री ने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
बताया जा रहा है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली दुबई जाने की योजना बना रहे हैं। बिगड़ते हालात के बीच वह इलाज के लिए दुबई जाने की तैयारी कर रहे हैं। नेपाल की निजी एयरलाइन हिमालय एयरलाइंस को स्टैंडबाय रहने के लिए कहा गया है।
प्रधानमंत्री की दुबई यात्रा की तैयारी
सरकार में कई मंत्रियों के इस्तीफों के बाद पीएम ओली ने अपने करीबी सहयोगियों के बीच स्थिति का आकलन किया। उन्होंने उप प्रधानमंत्री को कार्यवाहक जिम्मेदारी सौंपी है। इस बीच प्रधानमंत्री की दुबई यात्रा की तैयारियों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।
सोशल मीडिया साइट पर लगा बैन हटा
तनावपूर्ण हालात को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने सोशल मीडिया साइट पर लगे बैन को हटा लिया है। बावजूद, प्रदर्शनकारी सड़कों से नहीं हट रहे हैं। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग की जा रही है। लाखों की भीड़ संसद भवन की तरफ कूच कर चुकी है। संसद के बाहर भारी हंगामा हा रहा है। गुस्साए लोगों ने स्पष्ट रूप से बोल दिया है कि प्रधानमंत्री के हटने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।